अखिलेश ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा: जनता उनका पत्ता काटने के लिए तैयार
अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि भारत अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ और आत्मविश्वास से भरा हुआ सन् 2020 में प्रवेश कर रहा है। लेकिन अर्थव्यवस्था मंदी से घिरी है, किसानों की आत्महत्या थम नहीं रही है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दूसरे के कामों का फीता काटने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि जनता उनका पत्ता काटने के लिए तैयार बैठी है। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार के समय लोकभवन का निर्माण और लोकार्पण हुआ। लोकभवन से लोक प्रशासन चलता है और जनसेवा की नीतियां बनती है। सुशासन का संदेश यहां से जाता है। लेकिन यहां ढाई वर्ष से ऐसा दल सत्तारूढ़ है जिसे जनसेवा से कोई लेना-देना नहीं है। दूसरे के कामों का फीता काटने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि जनता उनका पत्ता काटने के लिए तैयार बैठी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में लोकभवन से अन्यायपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं और निर्दोषों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो सरकार जनता को दुःख-दर्द पहुंचाती है, लोकतंत्र में जनता भी समय आने पर अपना निर्णय करने में झिझकती नहीं।
CAA पर सरकार 7 सवाल का जनमत कराने से पहले ख़ुद से बस वो एक साधारण सवाल करे जो देश के अधिकांश नागरिकों के दिमाग में है और वो ये है कि ‘जब ये सरकार अपने ही देश के नागरिकों की समस्याएं नहीं सुलझा पा रही है तो उसे आख़िर इस नागरिकता संशोधन क़ानून को लाने की ज़रूरत ही क्या है’. pic.twitter.com/OcMsIpyi8C
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 24, 2019
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने खुद ही राज्यसभा में कहा है कि एनपीआर ही एनआरसी का आधार होगा तो ये भाजपाई कितना गलत बोलकर गुमराह करेंगे। इनके छिपे उद्देश्यों का अब भंडाफोड़ हो चुका है। सीएए, एनआरसी, एनपीआर जनता के लिए समस्या बनकर आई है। यह सामाजिक न्याय की अवधारणा के खिलाफ साजिश है। सपा मुखिया ने हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश को बीमारी का घर बना दिया है और आयुष्मान भारत योजना फर्जी है। 70 लाख लोगों को निःशुल्क इलाज कहां से मिल गया जबकि जन औषधि केन्द्रों में पर्याप्त दवाइयां ही उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने सवाल किया कि बेहतर सड़क, शिक्षा, परिवहन और चिकित्सा सुविधाएं कहां है? किसानों और नौजवानों की जिंदगी में अंधेरा छाया है। ये कैसा भ्रमजाल है या तो सरकार भ्रमित है अथवा जनता को भ्रमित करने को अपनी सफलता मानती है।
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उन्होंने कहा कि सुशासन, विकास और सबके विश्वास की बातें तो भाजपा नेता बढ़ चढ़कर करते है पर सच्चाई यह है कि भाजपा में सेवा का संस्कार ही नहीं है। हर व्यक्ति मुश्किल में फंसा है। सुशासन का अर्थ तो सरकारी दखल कम होने का है लेकिन यहां तो दमन के सहारे सत्ता चलाई जा रही है। भाजपा खुद ही जनता के लिए समस्या बन गई है। अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि भारत अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ और आत्मविश्वास से भरा हुआ सन् 2020 में प्रवेश कर रहा है। लेकिन अर्थव्यवस्था मंदी से घिरी है, किसानों की आत्महत्या थम नहीं रही है। उन्होंने कहा कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जायेगी। मंहगाई चरम पर है और बेरोजगारी भी बेलगाम है। सपा नेता ने कहा कि भारत की जनता ने भाजपा की यह चुनौती स्वीकार कर ली है। अब उत्तर प्रदेश की जनता की भी चुनौती है कि वह भाजपा के धोखा का जवाब देगी और उसके साथ किए गए छल को चुनौती देगी।
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