महाराष्ट्र: अजित पवार होंगे विधानसभा में विपक्ष के नेता, देवेंद्र फडणवीस की लेंगे जगह
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के लगभग 40 विधायकों ने बगावत कर ली। इसी की वजह से महा विकास आघाडी की सरकार संकट में आ गई। उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। उसके बाद भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे खुद मुख्यमंत्री बन गए हैं। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास इस वक्त उप मुख्यमंत्री की कमान है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच कई अहम बदलाव हुए हैं। कल तक जो सत्ता में थे, आज विपक्ष में हैं और विपक्ष वाले सत्ता में हैं। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के नेता अजित पवार को नेता विपक्ष बनाया गया है। अजित पवार उद्धव ठाकरे की सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे देवेंद्र फडणवीस अब राज्य के उपमुख्यमंत्री हो गए हैं। इसको लेकर आज एनसीपी विधायक दल की एक बैठक हुई थी। बैठक के बाद एनसीपी नेता जयंत पाटील अजित पवार के नाम का प्रस्ताव रखा जिसे विधानसभा ने मंजूरी दे दी है। इसका मतलब साफ है कि महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी अजित पवार के ऊपर होगी। पहले माना जा रहा था कि उद्धव ठाकरे गुट के किसी शिवसैनिक को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
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आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के लगभग 40 विधायकों ने बगावत कर ली। इसी की वजह से महा विकास आघाडी की सरकार संकट में आ गई। उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। उसके बाद भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे खुद मुख्यमंत्री बन गए हैं। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास इस वक्त उप मुख्यमंत्री की कमान है। दूसरी और शरद पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है, क्योंकि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार अगले छह महीने में गिर सकती है। पवार ने कहा है कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होने के बाद उनका असंतोष सामने आएगा, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी।
एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत जीता
जुलाई महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण में जीत हासिल कर ली। 288 सदस्यीय सदन में 164 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 99 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विश्वास मत को बहुमत मिलने की घोषणा की। हाल में शिवसेना के एक विधायक के निधन के बाद विधानसभा में विधायकों की मौजूदा संख्या घटकर 287 हो गई है, इसलिए बहुमत के लिए 144 मतों की आवश्यकता थी। शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के एक दिन बाद 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शक्ति परीक्षण से पहले ठाकरे के खेमे से शिवसेना के एक और विधायक संतोष बांगर शिंदे के धड़े में चले गए। बांगर हिंगोली जिले के कलमनुरी से विधायक हैं। इसके साथ ही शिंदे के धड़े में अब पार्टी के विधायकों की संख्या 40 हो गई है।
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