आदिवासियों पर हुई सियासत के बाद सदन की कार्यवाही को किया गया स्थगित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता पक्ष को संभालाते हुए कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती पर अवकाश होना चाहिए। वहीं विपक्षी सदस्यों ने सरकार और बीजेपी पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया।
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आदिवासी दिवस पर अवकाश नहीं देने के मामले में कांग्रेस के वाकआउट के बाद सदन की कार्यवाही दुबारा शुरु हुई। आदिवासियों के मुद्दे पर एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता पक्ष को संभालाते हुए कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती पर अवकाश होना चाहिए। वहीं विपक्षी सदस्यों ने सरकार और बीजेपी पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया।
आगे उन्होंने कहा कि श्रद्धांजलि पर सियासत कर कांग्रेस स्तरहीन राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पलटवार मैंने नही सुना था क्योंकि मैंने अपना ईयर फोन नहीं लगाया था। ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैंने सुना है कि झूठ बोलना पाप है और इसके साथ ही झूठ सुनना भी पाप है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार आदिवासी विरोधी नहीं हैं। सरकार ने हमेशा आदिवासियों के हित मे कई काम किए हैं। सीएम के संबोधन के दौरान सदन में लगातार हंगामा होता रहा। इन सबके चलते दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही कल यानी मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई हौ।
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