इंदिरा पर राउत के बयान के बाद फडणवीस ने पूछा, क्या अंडरवर्ल्ड से कांग्रेस को मिलता था पैसा?
राउत ने हालांकि आज गुरुवार को अपने बयान को वापस ले लिया था। राउत ने कहा, अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि को नुकसान पहुंचा या किसी की भावनाएं आहत हुईं, तो मैं उसे वापस लेता हूं।
मुम्बई। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गैंगस्टर करीम लाला से मुलाकात की शिवसेना नेता संजय राउत की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस को ‘‘मुम्बई के अंडरवर्ल्ड से पैसा मिलता था?’’ भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने यह सवाल भी किया कि क्या (उस समय) यह राज्य में ‘‘राजनीति के अपराधीकरण’’ की शुरुआत थी और क्या कांग्रेस ने मुम्बई में हमला करने वालों का ‘‘ साथ ’’ दिया था। भाजपा नेता ने कांग्रेस नेतृत्व से राउत के बयान पर सफाई मांगते हुए कहा कि उनकी पार्टी ऐसे ‘‘आरोपों’’ पर चुप क्यों है। उन्होंने कहा, ‘‘ संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में एक बड़ा खुलासा किया। वह मुम्बई क्यों आती थी और क्या कांग्रेस को मुम्बई के अंडरवर्ल्ड से पैसा मिलता था? क्या यह राज्य में राजनीति के अपराधीकरण की शुरुआत थी?’’
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— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) January 16, 2020
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पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा कि क्या उन दिनों कांग्रेस को चुनाव जीतने के लिए बाहुबल की जरूरत थी? फडणवीस ने राउत को यह कहते हुए उद्धृत किया कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील और दाऊद इब्राहिम तय करते थे कि ‘‘ पुलिस आयुक्त कौन होगा, साथ ही मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में नियुक्ति भी..।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इन सवालों के जवाब देने चाहिए। फडणवीस ने कहा, ‘‘ उनकी शीर्ष नेता पर ऐसे आरोप लगने के बाद भी कांग्रेस के नेतागण क्यों चुप है।’’ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने पूछा, ‘‘ क्या कांग्रेस ने मुम्बई हमलों का समर्थन किया? कांग्रेस इस पर सफाई क्यों नहीं दे रही?’’
गौरतलब है कि पुणे में लोकमत मीडिया समूह के एक कार्यक्रम के दौरान दिए एक साक्षात्कार में राउत ने दावा किया था, ‘‘ जब (अंडरवर्ल्ड डॉन) हाजी मस्तान मंत्रालय आए थे, तो पूरा सचिवालय उन्हें देखने नीचे आ गया था। इंदिरा गांधी पायधुनी (दक्षिण मुम्बई) में करीम लाला से मिला करती थीं।’’ राउत ने हालांकि आज गुरुवार को अपने बयान को वापस ले लिया था। राउत ने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि को नुकसान पहुंचा या किसी की भावनाएं आहत हुईं, तो मैं उसे वापस लेता हूं।’’
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