मैक्रों से मुलाकात के बाद मोदी बोले- भारत और फ्रांस की दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी
चेतऊ डी चैंन्टिली पेरिस से 50 किलोमीटर दूर स्थिति ऐतिहासिक इमारत है। मैक्रों ने मोदी को इस इमारत की ऐतिहासिक अहमियत के बारे में बताया और सदियों पुरानी इमारत दिखाने ले गए।
चैन्टिली (फ्रांस)। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय ढंग से कश्मीर मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए और क्षेत्र में किसी तीसरे पक्ष को ‘‘हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा को भड़काना नहीं चाहिए। मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आमने-सामने की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की। वार्ता के बाद एक साझा प्रेस बयान में राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें जम्मू कश्मीर पर भारत द्वारा लिये गये हाल के फैसले से अवगत कराया और यह भी बताया कि यह भारत की संप्रभुता से जुड़ा है। मैक्रों ने कहा, ‘‘मैंने उनसे कहा कि भारत और पाकिस्तान को इस मुद्दे का समाधान निकालना होगा और किसी तीसरे पक्ष को इस क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा को भड़काना नहीं चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखी जानी चाहिए और लोगों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए।
A bold and ambitious vision
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 22, 2019
India-France Joint Statement on Visit of Prime Minister @narendramodi to France at https://t.co/nBADjxF3jR. pic.twitter.com/yRpUYvsC5G
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहले विमान की आपूर्ति कर देगा। मैक्रों के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी है, बल्कि यह ‘स्वतंत्रता, समानता और भाइचारे के ठोस सिद्धांतों पर आधारित है। मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश लगातार आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। हमारा इरादाआतंकवाद के खिलाफ सहयोग को व्यापक बनाना है।’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ खड़े हैं। मोदी ने कहा, ‘‘हम सब मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध दुनिया का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।’’ मोदी ने चेतऊ डी चैन्टिली में मैक्रों के साथ वार्ता शुरू होने से पहले ट्वीट किया, ‘‘ यह यात्रा फ्रांस के नेतृत्व के साथ पहले की गई बातचीत को आगे बढ़ाएगी।’’
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चेतऊ डी चैंन्टिली पेरिस से 50 किलोमीटर दूर स्थिति ऐतिहासिक इमारत है। मैक्रों ने मोदी को इस इमारत की ऐतिहासिक अहमियत के बारे में बताया और सदियों पुरानी इमारत दिखाने ले गए। दोनों नेताओं ने सीधी बातचीत की जिसके बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। इससे पहले,प्रधानमंत्री मोदी का हवाईअड्डे पहुंचने पर यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री जीन येव्स ले ड्रायन ने स्वागत किया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत और फ्रांस के बेहद दोस्ताना संबंध हैं और वर्षों से द्विपक्षीय और बहु पक्षीय रूप से एक साथ काम कर रहे हैं।’’ मोदी दो दिवसीय इस यात्रा के दौरान अपने फ्रांसीसी समकक्ष एडवर्ड फिलिप से भी मुलाकात करेंगे और यहां भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। वह फ्रांस में 1950 तथा 1960 के दशकों में एयर इंडिया के दो विमान हादसों में मारे गए पीड़ितों की याद में बनाए गए एक स्मारक स्थल का उद्घाटन करेंगे।
मोदी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के साथ लंबी बातचीत की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों के साथ लंबी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए गतिशील और बहुआयामी संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा की। मोदी ने मैक्रों के साथ वार्ता शुरू होने से पहले कहा कि यह यात्रा फ्रांस के नेतृत्व के साथ पहले की गई बातचीत को आगे बढ़ाएगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों नेताओं ने 90 मिनट से ज्यादा देर तक आमने-सामने बैठकर बातचीत की और हमारे गतिशील और बहुआयामी संबंध के संपूर्ण आयाम की समीक्षा की। उन्होंने बताया, ‘‘ हमारी रणनीतिक साझेदारी हमारी विदेश नीति का बहुत अहम स्तंभ है।’’ दोनों नेताओं की सीधी बातचीत के बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। यह बातचीत चेतऊ डी चैन्टिली में हुई। पेरिस से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित यह इमारत फ्रांसीसी सांस्कृतिक विरासत का बेहतरीन नगीना है। मैक्रों ने मोदी को इस इमारत की ऐतिहासिक अहमियत के बारे में जानकारी दी और उन्हें सदियों पुरानी इमारत दिखाने ले गए।
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इससे पहले,प्रधानमंत्री मोदी का हवाईअड्डे पहुंचने पर यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री जीन येव्स ले ड्रायन ने स्वागत किया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ फ्रांस पहुंच गया हूं और अहम द्विपक्षीय यात्रा की शुरूआत कर रहा हूं। भारत और फ्रांस के बेहद दोस्ताना संबंध हैं और वर्षों से द्विपक्षीय और बहु पक्षीय रूप से एक साथ काम कर रहे हैं।’’ मोदी दो दिवसीय इस यात्रा के दौरान अपने फ्रांसीसी समकक्ष एडवर्ड फिलिप से भी मुलाकात करेंगे और यहां भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। वह फ्रांस में 1950 तथा 1960 के दशकों में एयर इंडिया के दो विमान हादसों में मारे गए पीड़ितों की याद में बनाए गए एक स्मारक स्थल का उद्घाटन करेंगे। मोदी ने भारत से रवाना होने से पहले दिए गए अपने बयान में कहा था कि फ्रांस भारत का मजबूत रणनीतिक साझेदार है और दोनों ही देश इसकी अहमियत गहराई से समझते हैं और इसे साझा करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंध हैं, जो दोनों देशों और दुनिया के लिए शांति और समृद्धि को बढ़ाने के लिए सहयोग करने के एक साझा दृष्टिकोण से प्रबल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मजबूत रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी प्रमुख वैश्विक चिंताओं जैसे आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन आदि पर एक साझा दृष्टिकोण से पूरित होती है। मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह यात्रा आपसी समृद्धि, शांति एवं प्रगति के लिए फ्रांस के साथ हमारी दीर्घकालिक और बहुमूल्य मित्रता को और बढ़ावा देगी।
India offers great opportunities for French companies. There is scope for immense cooperation in skill development, aviation, IT and space. The strides made in India-France defence cooperation are promising. Our nations are also working on maritime as well as cyber security. pic.twitter.com/7HoHSVlA2p
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2019
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