कई इलाकों में प्रदर्शन के बाद ममता ने कहा- राजनीति नहीं करें, धैर्य रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात अम्फान के दौरान उखड़े पेड़ों को काटने में सहयोग करने के लिए ओडिशा सरकार सहमत हो गई है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि सुनिश्चित करें कि लोगों को पर्याप्त पेयजल मिले और इस बारे में कोई शिकायत नहीं हो।
जिले के काकद्वीप में समीक्षा बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण तबाही ‘‘राष्ट्रीय आपदा से अधिक’’ है। बनर्जी ने कहा कि लोगों को ‘‘जमीनी हकीकत’’ को समझना चाहिए और सहयोग करना चाहिए। बैठक में उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि क्षेत्र में स्थिति सामान्य करने में स्थानीय लोगों का सहयोग लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात अम्फान के दौरान उखड़े पेड़ों को काटने में सहयोग करने के लिए ओडिशा सरकार सहमत हो गई है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि सुनिश्चित करें कि लोगों को पर्याप्त पेयजल मिले और इस बारे में कोई शिकायत नहीं हो।Hon’ble PM Narendra Modi , Chief Minister Mamata Banerjee and other officials of the Centre and State attended a review meeting on the devastating Cyclone Amphan. Here are some pictures from the meeting pic.twitter.com/1ExXYcZWdQ
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) May 22, 2020
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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कोलकाता के कुछ इलाकों में चक्रवात अम्फान के बाद बिजली नहीं है और पानी आपूर्ति बाधित हुई है। मैंने सीईएससी (कलकता बिजली आपूर्ति निगम) को कम से कम दस बार फोन किया। मेरा भी फोन नेटवर्क ठीक नहीं है... मैं घर पर टेलीविजन नहीं देख पा रही हूं।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘लोगों को वास्तविक स्थिति को समझना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए। आपमें से कुछ ने सरकार के खिलाफ नकारात्मक प्रचार शुरू कर दिया है। यह समय राजनीति करने का नहीं है।’’ न केवल राज्य की राजधानी बल्कि लोगों ने हावड़ा में भी पानी आपूर्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इसी तरह की घटना दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में भी सामने आई।
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