आखिर किसने रोका Ashok Gehlot का हेलिकॉप्टर? Rajasthan CM के दावे को गृह मंत्रालय ने किया खारिज
मंत्रालय ने आगे कहा कि सीएम राजस्थान के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है। जबकि वाणिज्यिक विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों और राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है, निजी चार्टर्ड उड़ानों के लिए विशिष्ट एमएचए अनुमोदन की आवश्यकता होती है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया था कि उनके हेलीकॉप्टर को 'अनुमति देने से इनकार' कर दिया गया है। इसी आरोप के बाद गृह मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी किया। गृह मंत्रालय ने कहा, एक मीडिया रिपोर्ट में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय द्वारा उनके हेलिकॉप्टर उड़ान के लिए मंजूरी देने से इनकार करने का दावा किया है। सीकर सहित उड़ान अनुमति के लिए सीएम राजस्थान से चार अनुरोध प्राप्त हुए थे, और सभी को एमएचए द्वारा अनुमोदित किया गया था।
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मंत्रालय ने आगे कहा कि सीएम राजस्थान के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है। जबकि वाणिज्यिक विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों और राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है, निजी चार्टर्ड उड़ानों के लिए विशिष्ट एमएचए अनुमोदन की आवश्यकता होती है। गहलोत का शुक्रवार को बाबा श्री खिंवाड़ादास जी महाराज की बरसी कार्यक्रम के तहत सीकर में सांगलिया पीठ जाने का कार्यक्रम था। शुक्रवार को राजस्थान के सीएम ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनके हेलीकॉप्टर को उदयपुर से सीकर जाने की 'अनुमति नहीं दी' जिसके बाद उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
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हालांकि, अशोक गहलोत ने इसके बाद एक और ट्वीट कर कहा कि कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से एवं जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था। इसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था परन्तु ऐसा बताया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं जब CM स्वयं उसमें सवार हो। हेलिकॉप्टर की उड़ान की अनुमति 10.48 AM पर ई-मेल कर मांगी गई परन्तु 2.50 PM तक अनुमति नहीं मिली। वहां इंतजार कर रही जनता को जानकारी देने के लिए 2.52 PM पर ट्वीट कर ना आ पाने का कारण बताया और सांगलिया पीठ में श्री ओम दास महाराज को भी फोन कर जानकारी दी। इसके बाद 3.58 PM पर अनुमति आई परन्तु तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुका था एवं जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया।
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