Manipur Violence Update | सेना-सुरक्षा बलों की छापेमारी! मणिपुर में हथियारों का जखीरा बरामद, हथगोला और मशीन गन भी मिली, सरकार ने कहा- अब जख्मों भरने का समय है!

Manipur
ANI
रेनू तिवारी । Oct 8 2024 12:45PM

भारतीय सेना, असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा 4 से 6 अक्टूबर तक मणिपुर के कई जिलों में चलाए गए संयुक्त अभियान के दौरान हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया।

भारतीय सेना, असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा 4 से 6 अक्टूबर तक मणिपुर के कई जिलों में चलाए गए संयुक्त अभियान के दौरान हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया। चूराचांदपुर, काकचिंग और थौबल जिलों में गोला-बारूद और युद्ध संबंधी सामान समेत कुल 18 हथियार बरामद किए गए।

 चुराचांदपुर गोला-बारूद, हथियार बरामद 

4 अक्टूबर को असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने चुराचांदपुर में एक अभियान चलाया, जिसमें एक 9 एमएम पिस्तौल, पांच सिंगल बैरल राइफल और पांच इम्प्रोवाइज्ड भारी मोर्टार बरामद किए गए। अगले दिन खुफिया जानकारी के आधार पर काकचिंग जिले में एक संयुक्त अभियान में तीन कार्बाइन मशीन गन, एक 9 एमएम पिस्तौल, दो सिंगल बैरल राइफल, हैंड ग्रेनेड और युद्ध के सामान बरामद किए गए।

मणिपुर के काकचिंग में भी विस्फोटक का जखीरा जब्त

मणिपुर के काकचिंग और थौबल जिलों में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान के दौरान हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक का जखीरा जब्त किया है। सोमवार को पुलिस ने एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने पांच अक्टूबर को काकचिंग जिले के वबागई नतेखोंग तुरेनमेई इलाके में तलाशी अभियान के दौरान मैगजीन के साथ तीन कार्बाइन, एक एयर गन राइफल और नौ मिमी की पिस्तौल, दो सिंगल बैरल बंदूकें, 14 ग्रेनेड, एक 51 मिमी का मोर्टार, दो एमके-तृतीय ग्रेनेड, 4.755 किलोग्राम विस्फोटक आईईडी का एक संदिग्ध कंटेनर जब्त किया।

थौबल जिले के चिंगखम चिंग इलाके में शनिवार को एक अन्य अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक एसएमजी कार्बाइन, मैगजीन और एसएसबीएल के साथ एक .32 पिस्तौल जब्त की। उन्होंने बताया कि 81 एमएम एक मोर्टार शेल, चार हैंड ग्रेनेड, तीन डेटोनेटर, 45 गोला-बारूद, पांच ग्रीन ग्रेनेड, आंसू गैस के सात ग्रेनेड, आंसू गैस के 11 गोले, दो स्टन शेल (सामान्य) और अन्य सामान भी जब्त किए गए।

हिंसा प्रभावित लोग अपने मूल स्थानों को लौटने लगे 

वही दूसरी करफ सरकार ने मणिपुर के ताजा हालातों के बारे में बयान जारी किया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि हिंसा प्रभावित लोग अपने मूल स्थानों को लौटने लगे हैं और अब एक-दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय जख्मों को भरने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। सिंह ने यह बयान केंद्र की ‘हुनर से रोजगार तक’ योजना के तहत आतिथ्य प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने वाले युवाओं के साथ बातचीत करते हुए दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य के लोग कठिनाई का सामना कर रहे हैं और ईश्वर की कृपा से प्रभावित लोग अपने मूल स्थानों को लौटने लगे हैं।’’ 

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अब जख्मों भरने का समय है: बीरेन सिंह

उन्होंने कहा, अब हमें एक-दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय शांति लाने और जख्मों को भरने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। लोगों से हिंसा से दूर रहने की अपील करते हुए सिंह ने हर मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार आपके लिए है और विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है। पर्यटन मंत्रालय की ‘हुनर से रोजगार तक’ योजना के तहत लगभग 400 युवाओं ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है या प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से 169 को विभिन्न शहरों में नौकरी मिल चुकी है।’’ उन्होंने बताया कि इन युवाओं में 78 ऐसे लोग हैं जो हिंसा के कारण विस्थापित हुए हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘राज्यभर से 15 विस्थापितों समेत 30 युवाओं ने तीन सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ये पहल काफी विचार-विमर्श के बाद शुरू की गई। हम आपमें से 2,000 लोगों का चयन करेंगे और राहत शिविरों में रह रहे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।’’ सिंह ने कहा कि सरकार प्रत्येक प्रशिक्षु को पांच हजार रुपये की सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ ‘परफ्यूमरी’ का प्रशिक्षण लेने वाले 30 युवाओं को 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी ताकि वे काम शुरू कर सकें।

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