भाजपा में शामिल होने वाले गोवा के 8 विधायकों ने जेपी नड्डा और अमित शाह से की मुलाकात, प्रमोद सावंत भी रहे मौजूद
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, गोवा भाजपा के अध्यक्ष सदानंद तनवड़े और राज्यसभा सांसद विनय तेंदुलकर उपस्थित हुए। इस साल गोवा में विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के 11 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस में उठापटक के बीच हाल में ही 8 नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया था।
हाल में ही गोवा में 8 कांग्रेसी विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। ये सभी विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इसमें गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिगंबर कामत भी शामिल हैं। आज के सभी नेता दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली में इनकी मुलाकात भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई है। इस मुलाकात की तस्वीर भी सामने आ गई है। तस्वीरों में सभी नेता बेहद खुश नजर आ रहे हैं। इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, गोवा भाजपा के अध्यक्ष सदानंद तनवड़े और राज्यसभा सांसद विनय तेंदुलकर उपस्थित हुए। इस साल गोवा में विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के 11 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस में उठापटक के बीच हाल में ही 8 नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया था।
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ऐसे में फिलहाल गोवा में कांग्रेस के पास सिर्फ तीन विधायक बचे हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि हम हमारे पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मिलने आए हैं। पार्टी में जो 8 विधायक जुड़े हैं इस कारण हम सब पार्टी अध्यक्ष से मिलने के लिए आए हैं और उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे। खबर यह भी है कि यह सभी विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। दिल्ली के लिए 6 विधायकों ने कल ही गोवा से उड़ान भर ली थी। आज माइकल लोबो और दिगंबर कामत भी दिल्ली पहुंच गए थे। बुधवार को विधायक दिगंबर कामत, माइकल लोबो, डेलिला लोबो, राजेश फलदेसाई, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, एलेक्सियो सिक्वेरा और रूडोल्फ फर्नांडिस भाजपा में शामिल हो गए थे।
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गोवा के राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा था कि पाला बदलने के लिए हर विधायक को 40-50 करोड़ रुपये दिये गए भुगतान किया गया, या शायद उन्हें केंद्रीय एजेंसियों का डर था। राष्ट्रीय पार्टी (भाजपा) हर जगह ऐसी चीजें कर रही है। ये सारा पैसा कहां से आ रहा है? वे सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे चुने हुए प्रतिनिधियों को तोड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा हजारों करोड़ रुपये लेकर आ रही है और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियों के जरिए विपक्षी विधायकों को निशाना बना रही है। इस साल फरवरी में राज्य विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने तटीय राज्य में सत्ता बरकरार रखी थी। कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पहले सत्तारूढ़ दल के पास विधानसभा में 20 विधायक थे।
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