Jammu Kashmir में अचानक घुसे 40 पाकिस्तानी, मचा हड़कंप
पाकिस्तानी डेलिगेशन भारत पहुंचा उसे होटल में शिफ्ट कर दिया गया और होटल को सुरक्षाबलों ने घेर लिया। आपको शायद पता न हो लेकिन भारत ने चुपचाप ऐसा खेल कर दिया है जिसने पाकिस्तान को कहीं का नहीं छोड़ा।
सिंधु जल संधि के बाद से पाकिस्तान लगातार भारत की ओर देख रहा है। को जिस स्तर पर भारत ने अलग थलग किया है, उसके बादाम पाकिस्तान भारत की तरफ रहम के तौर पर देख रहा है। बीते कई सालों की अकड़ आखिरकार ढीली होती भी दिखाई दे रही है। धारा 370 हटने के बाद से पाकिस्तान का कोई अधिकारी भारत नहीं आया है। लेकिन पाकिस्तान ने 5 सालों में पहली बार जम्मू कश्मीर में अपने 40 अधिकारियों को भेज दिया। धारा 370 हटने के बाद पहली बार पाकिस्तान का डेलिगेशन जम्मू कश्मीर पहुंचा। जैसे ही पाकिस्तानी डेलिगेशन भारत पहुंचा उसे होटल में शिफ्ट कर दिया गया और होटल को सुरक्षाबलों ने घेर लिया। आपको शायद पता न हो लेकिन भारत ने चुपचाप ऐसा खेल कर दिया है जिसने पाकिस्तान को कहीं का नहीं छोड़ा।
इसे भी पढ़ें: China ने PM Modi पर कौन सा बड़ा खुलासा कर दिया, मालदीव-पाकिस्तान भी हैरान
भारत क्यों आया पाकिस्तान का डेलिगेशन
पाकिस्तान को डर लग रहा है कि भारत उसकी तरफ आने वाली नदियों का पानी रोक रहा है। पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत जम्मू कश्मीर में अपने हिस्सों की नदियों पर तो बांध बना ही रहा है। लेकिन उसके हिस्सों की नदियों पर भी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स शुरू कर रहा है। वैसे पाकिस्तान जो सोच रहा है वह बिल्कुल सही है। भारत और पाकिस्तान के हिस्से वाले नदियों पर भी अपने प्रोजेक्ट्स शुरू कर चुका है। आपको बता दें कि 1960 में सिंधु जल संधि के तहत 6 नदियों के पानी का बंटवारा तय हुआ था।
इसे भी पढ़ें: अमरनाथ यात्रा के दौरान भारत को दहलाने की साजिश, लाहौर में तैयारी, पाकिस्तान की सबसे खतरनाक प्लानिंग हुई डिकोड
तीन पूर्वी नदियां रावी, व्यास, सतलुज के पानी पर भारत को पूरा हक दिया गया। जबकि तीन पश्चिमी नदियां जिनमें झेलम, चिनाब और सिंधु के पानी के बहाव को बाधा रहित पाकिस्तान को देना तय हुआ था। ऐसे में भारत ने अपनी रावि नदी पर बांध बनाकर पानी को पाकिस्तान जाने से तो रोक दिया। लेकिन साथ ही चिनाब और झेलम नदी पर भी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट बनाने शुरू कर दिए। आपको बता दे की इंडस वॉटर ट्रीटी के नियमों के अनुसार भारत पाकिस्तान के हिस्से वाले नदियों का पानी इस्तेमाल भी कर सकता है। इनका करीब 20% हिस्सा भारत के लिए है। समझौते के तहत बस भारत पाकिस्तान के हिस्से वाले नदियों का पानी को रोक नहीं सकता।
अन्य न्यूज़