21वीं सदी के नेतृत्व को युवा, रचनात्मक दिमागों में विश्वास करना चाहिए: RSS
यह बात आरएसएस के एक वरिठ पदाधिकारी ने कही। सी. आर. मुकुंद ने कहा कि नयी तरह के नेतृत्व की जरूरत है जो दुनिया के समक्ष आ रही चुनौतियों का समाधान लीक से हट कर खोज सके।
पणजी। 21 वीं सदी के नेतृत्व को युवा और रचनात्मक दिमागों में भरोसा करना चाहिए जो देश और दुनिया की समस्याओं का समाधान कर सकें। यह बात आरएसएस के एक वरिठ पदाधिकारी ने कही। सी. आर. मुकुंद ने कहा कि नयी तरह के नेतृत्व की जरूरत है जो दुनिया के समक्ष आ रही चुनौतियों का समाधान लीक से हट कर खोज सके। आरएसएस के अखिल भारतीय सह-बौद्धिक प्रमुख मुकुंद ने कहा, ‘‘21वीं सदी के नेतृत्व को युवा, रचनात्मक दिमागों में विश्वास करना चाहिए जो हमारी सभी समस्याओं का समाधान कर सकें।’’
वह शाम इंडिया फाउंडेशन की तरफ से आयोजित ‘इंडिया आइडियाज कन्क्लेव 2017’ में बोल रहे थे। आरएसएस नेता ने कहा, ‘‘कई बार नेतृत्व युवा और रचनात्मक दिमागों में विश्वास नहीं करता है। लेकिन जिस संगठन का मैं प्रतिनिधित्व करता हूं, वहां हम युवा और रचनात्मक दिमागों को लेकर काफी आशावादी हैं।’’ आरएसएस नेता ने कहा, ‘‘यह नयी दुनिया है और हमें नये तरह के नेतृत्व की जरूरत है। नये तरह का नेतृत्व ऐसा हो जो चुनौतियों का नये तरीके से समाधान करे न कि किताबी समाधान ढूंढे।
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