15 वर्षीय किशोरी जान देने के लिए यमुना नदी में कूदी, दिल्ली पुलिस ने बचाया
टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और सिग्नेचर ब्रिज तथा वजीराबाद ओल्ड ब्रिज इलाकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थानीय लोगों से पूछताछ की। मेट्रो साइट गार्ड को जानकारी दी गई जिसके बाद वे तलाशी में शामिल हो गए।
दिल्ली पुलिस ने तेजी दिखाते हुए कथित तौर पर आत्महत्या करने के लिए पुल से यमुना नदी में छलांग लगाने वाली 15 वर्षीय एक किशोरी को डूबने से बचा लिया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि किशोरी ने कथित तौर पर पढ़ाई के तनाव के कारण पुल से यमुना नदी में छलांग लगा दी थी। पुलिस के अनुसार यह घटना शनिवार को हुई। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंथिया ने पीटीआई- को बताया कि रूप नगर पुलिस थाने को एक महिला ने अपनी बेटी के लापता होने की सूचना दी।
किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी घर पर अकेली थी जबकि परिवार के बाकी लोग बाहर गए हुए थे। उसके अकादमिक प्रदर्शन के बारे में बातचीत के बाद मां को चिंता हुई कि उसकी बेटी कोई बड़ा कदम उठा सकती है इसलिए उसने अपने बेटे से कहा कि वह उसे देखे कि वह (किशोरी) सुरक्षित तो है।
बंथिया ने बताया कि घर लौटने पर बेटे ने देखा कि किशोरी ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनीता त्यागी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया।
टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और सिग्नेचर ब्रिज तथा वजीराबाद ओल्ड ब्रिज इलाकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थानीय लोगों से पूछताछ की। मेट्रो साइट गार्ड को जानकारी दी गई जिसके बाद वे तलाशी में शामिल हो गए।
बंथिया ने बताया, तलाशी के दौरान किशोरी को यमुना नदी में कूदते हुए देखा गया। एक गार्ड और तैराक बृजेश कुमार ने नदी में छलांग लगाई और उसे बचा लिया। उसे सुरक्षित रूप से किनारे पर खींच लिया गया और पुलिस टीम ने तुरंत उसकी काउंसलिंग की। औपचारिकताओं के बाद उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया गया।
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