वैक्सीन पासपोर्ट के बारे में वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं?
फिर से कोरोना की रफ्तार तेज हुई तो यात्रा पर ब्रेक लगने की नौबत आ रही है। इसे बचने के लिए नया तरीका भी इजाद हुआ है वैक्सीन पासपोर्ट का। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ऐसा पासपोर्ट जो कोरोना वैक्सीन से जुड़ा हो। जाहिर है कि हवाई यात्रा पर ब्रेक इसलिए लगा है क्योंकि कोरोना फैलने का खौफ है। तो इसका इलाज क्या है?
दुनिया में एक नए किस्म का पासपोर्ट आने वाला है। अभी हम जिस देश के नागरिक हैं वहां पासपोर्ट के लिए अप्लाई करते हैं। ये पासपोर्ट हमें विदेशी यात्राओँ में एक आधार-पहचान मुहैया करवाता है। लेकिन अब एक नई कैटेगरी का पासपोर्ट आने वाला है। जिसका नाम होगा वैक्सीन पासपोर्ट। कोरोना महामारी ने जिंदगी को बदल कर रख दिया है। जिंदगी का शायद ही कोई हिस्सा है जो कोरोना की मार से अछूता रहा हो। संक्रमण के भय से लोग सफर करने से बच रहे हैं। बहुत जरूरी हो तभी लोग घरों से बाहर निकलना चाह रहे हैं। इसका असर ट्वल से लेकर टूरिज्म सेक्टर पर और हवाई सेवा पर देखा जा रहा है। बीच में थमती कोरोना की रफ्तार से हवाई सफर जैसी गतिविधियां पड़ी। अब फिर से कोरोना की रफ्तार तेज हुई तो यात्रा पर ब्रेक लगने की नौबत आ रही है। इसे बचने के लिए नया तरीका भी इजाद हुआ है वैक्सीन पासपोर्ट का। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ऐसा पासपोर्ट जो कोरोना वैक्सीन से जुड़ा हो। जाहिर है कि हवाई यात्रा पर ब्रेक इसलिए लगा है क्योंकि कोरोना फैलने का खौफ है। तो इसका इलाज क्या है? पहली नजर में इसका उपाय यही दिखता है कि वे लोग मजे से सफर कर सकें जो कोरोना की वैक्सीन ले चुके हैं। आखिर वे लोग क्यों फंसे जो वैक्सीन ले चुके हैं। ऐसे लोग तो हवाई सफर करने के हकदार हैं। इसे देखते हुए वैक्सीन पासपोर्ट का कॉन्सेप्ट सामने आया है।
वैक्सीन पासपोर्ट क्या है- जो धारक को अनुमति देता है
सफर करने की
रेस्टोरेंट में जाने की
स्टेडियम में मैच देखने की
क्योंकि वो एक ऐसी मेडिकल प्रक्रिया से गुजरा है जिसकी वजह से कोविड 19 से संक्रमित होने या किसी और को संक्रमण फैलाने का खतरा काफी कम हो गया।
अब जरा विस्तार से-
आमतौर पर, लोग इस शब्द का उपयोग टीकाकरण के इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड क्यू आर कोड से करते हैं। इसे स्मार्टफोन के माध्यम से भी आसानी से एक्सेस किया जा सकता है और डिवाइस में सेव करके प्रिंट आउट भी निकाल सकते हैं। वैक्सीन पासपोर्ट एक तरह का डिजिटल दस्तावेज होता है जिसको आप अपना हेल्थ कार्ड भी कह सकते हैं। इसमें कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ी सभी जानकारी होंगी। जैसे आपने कब वैक्सीनेशन करवाया है। ये पूरी तरह से डिजिट सर्टिफिकेट के तौर पर काम करता है। कोरोना वैक्सीन की डोज लेने वाले व्यक्ति पर ये ग्रीन पास के रूप में दिखाई देता है। इससे पता चलता है कि आप स्वस्थ्य हैं या नहीं। इसको जरूरत पड़ने पर आप होटल, रेस्तरां, होटल या अन्य किसी सार्वजनिक स्थान पर दिखा सकते हैं। इजरायल में इसकी शुरुआत हो चुकी है। इजरायल में इसको दिखाने पर सार्वजनिक जगहों पर जाया जा सकता है।
किन-किन देशों में वैक्सीन पासपोर्ट
दुनिया के कुछ गिने-चुने देश हैं जहां वैक्सीन पासपोर्ट शुरू किया गया है। इन देशों में आइसलैंड, डेनमार्क, इजरायल और हंगरी का नाम है। कुछ देशों में इस पासपोर्ट पर राजनीति शुरू हो गई है और बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। अमेरिका ने इस पासपोर्ट को मान्यता दी है जिसके खिलाफ विपक्षी नेताओं ने निशाना साधना शुरू कर दिया है।
वैक्सीन पासपोर्ट का लाभ
वैक्सीन पासपोर्ट के कई फायदे भी बताए जा रहे हैं। इससे टूरिज्म और एविएशन सेक्टर को मदद मिलेगी और कमाई में बढ़ोतरी होगी। कोरोना की वजह से कई सेक्टरों में ताला लगने से बचा जा सकेगा। जो लोग वैक्सीन ले चुके हैं, वे हवाई सफर की मदद से अपना कामकाज जारी रख सकेंगे। वैक्सीन पासपोर्ट की मदद से लोगों को क्वारंटीन होने से बचाया जा सकेगा। अब वे लोग ही हवाई सफर के बाद क्वारंटीन होंगे जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है।
वैक्सीन पासपोर्ट को लेकर आपत्तियां
भेदभाव करने वाला- वैक्सीन पासपोर्ट को लेकर आपत्तियां भी हैं। कहना है कि वैक्सीन की उपलब्धता यूनिवर्सल तो है नहीं। इसके साथ ही ऐसा तो नहीं है कि दुनिया में जितने लोग हैं, उतनी वैक्सीन डोज बन गई हो। अभी वैक्सीन की सप्लाई सीमित है। पूरी आबादी को वैक्सीन लगते-लगते कई साल बीत जाएंगे। ऐसे में जिन्हें पहले वैक्सीन लगे उन्हें विशेषाधिकार देना कहां का न्याय है। आपत्ति जताने वालों का कहना है कि दुनिया को दो क्लास में बांटना हुआ। वैक्सीन वाले एक तरफ, बिना वैक्सीन वाले दूसरी तरफ। ये नए किस्म का सामाजिक बंटवारा है। -अभिनय आकाश
अन्य न्यूज़