सुरक्षा समिति की बैठक (व्यंग्य)
यह सच बताया गया कि सर्दी के मौसम में चोरी व सेंध की घटनाएं बढ़ जाती हैं। सूचित किया कि पिछले चोरी के कितने दर्जन मामले दर्ज हुए। उन्होंने माना कि शातिर चोर दिन दहाड़े सेंध लगा लेने में माहिर होते जा रहे हैं।
नागरिक सुरक्षा समिति ने ठंड के मौसम वाली वार्षिक बैठक की। हालांकि बैठक पिछले महीने होनी चाहिए थी लेकिन निरंतर सोए जा रहे नागरिकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता तभी ठंड और फैलते डर के कारण कम लोग आए। हाल में मंच सजाया गया और बढ़िया बैनर भी लगाया गया ताकि फ़ोटो अच्छा आए और अगले दिन अखबारों में खबर के साथ छपे। बिना लाल बत्ती वाली गाड़ी में पधारे असली वीआईपी ने उदघाटन किया। बैठक में पधारे नागरिकों से सहयोग मांगते हुए समझाया गया यदि छुट्टियों में कहीं जा रहे हैं तो घरों में इस बार सेंसर लॉक ज़रूर लगवा कर जाएं। सीसीटीवी कैमरे भी लगवा लें। एंटी थैफ्ट अलार्म भी लगवा लें। आपका घर चोरों से बेहद सुरक्षित रहेगा।
यह सच बताया गया कि सर्दी के मौसम में चोरी व सेंध की घटनाएं बढ़ जाती हैं। सूचित किया कि पिछले चोरी के कितने दर्जन मामले दर्ज हुए। उन्होंने माना कि शातिर चोर दिन दहाड़े सेंध लगा लेने में माहिर होते जा रहे हैं। बरसों पहले घरों से चुराए गहने आज तक नहीं मिले हैं और न ही इनको उड़ाने वालों के बारे में पता चल सका है हालांकि तप्तीश जारी है। इसलिए उन्होंने समझाया कि जेवरात बैंक लाकर में ही रखा करें। वैसे नकली गहने पहनना ज्यादा सुरक्षित है या फिर पुरातन काल की तरह फूल पत्तियां पहनना शुरू कर देना चाहिए।
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उन्होंने यह प्रशंसनीय सलाह भी दी कि कीमती सामान का बीमा भी करवा लें। लिस्ट भी बनाकर रखें ताकि यदि चोरी हो जाए तो लिस्ट अविलंब दी जा सके। उन्होंने यह बताकर ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई कि इस तरह की घटनाएं सामने न आएं इसलिए आजकल गश्त लगाने के दौरान जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। वैसे इस बहाने व्यायाम भी तो हो रहा है। उनका कहना है कि लोग अगर सुरक्षा सुझावों पर अमल करेंगे तो पछताना नहीं पड़ेगा। उनके अनुसार बाहर जाते समय पड़ोसी को उचित तरीके से ज़रूर बताकर जाएं। उन्हें बता कर नहीं जाएंगे तो चोर घुसने की बुरी स्थिति में उन्हें पता नहीं चल पाएगा।
पड़ोसी को कभी कभार चाय, बिस्किट और नमकीन की सादा दावत देने में फायदा है, इस बहाने पड़ोसी से अच्छे रिश्तों का विकास भी होगा। व्यक्तिगत सुरक्षा बारे, सड़क पर चलते हुए, फुटपाथ न होने, दोपहिया वाहनों की दहशत बारे पूछा तो बता दिया गया, यह बैठक सिर्फ सर्दियों के मौसम में होने वाली संभावित चोरियों बारे है। अलग अलग अनुभाग हैं जो ज़रूरत पड़ने पर बैठक कर प्रेस विज्ञप्ति देते हैं। वैसे भी काम करने का सही तरीका यही है। नागरिक सुरक्षा विभाग के पास और भी बहुत से काम हैं। कर्मचारी भी कम हैं।
अधिकांश सुरक्षा कर्मियों को राजनैतिक, धार्मिक, सामाजिक नेता, अफसर, चोर, उच्चके, असामाजिक तत्त्वों की सुरक्षा में लगे रहना पड़ता है। इस महत्त्वपूर्ण बैठक से शिक्षा मिली कि आम लोगों को सर्दी में भी अपनी सुरक्षा आप करनी चाहिए।
- संतोष उत्सुक
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