Vivek Ramaswamy का हाई स्कूल ग्रेजुएशन स्पीच क्यों होने लगा वायरल? ट्रंप ने दी है कौन सी जिम्मेदारी

Ramaswamy
@BrianRoemmele
अभिनय आकाश । Nov 14 2024 12:52PM

सेंट जेवियर हाई स्कूल के 18 वर्षीय छात्र रामास्वामी वीडियो में आरंभिक भाषण देते हुए दिखाई दे रहा है। मास्वामी हाई स्कूल के दौरान अपनी यात्रा को बताते हुए कहते नजर आए कि मैं अपने पूरे हाई स्कूल करियर में दौड़ लगा रहा हूं, लेकिन अब, जब हम अंततः फिनिश लाइन को पार कर रहे हैं।

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि एलन मस्क और पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी नव निर्मित सरकारी दक्षता विभाग का नेतृत्व करेंगे। रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप 2.0 प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त होने वाले पहले भारतवंशी हैं। बायोटेक उद्यमी के हाई स्कूल ग्रैजुएशन स्पीच का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। सेंट जेवियर हाई स्कूल के 18 वर्षीय छात्र रामास्वामी वीडियो में आरंभिक भाषण देते हुए दिखाई दे रहा है। मास्वामी हाई स्कूल के दौरान अपनी यात्रा को बताते हुए कहते नजर आए कि मैं अपने पूरे हाई स्कूल करियर में दौड़ लगा रहा हूं, लेकिन अब, जब हम अंततः फिनिश लाइन को पार कर रहे हैं। तो काश मैं थोड़ा पहले ही रुक जाता, और उस ताजी हवा की सांस लीजिए। इसके बाद वह सभी का स्वागत करते हुए कहते हैं, शिक्षकों, कर्मचारियों, सहपाठियों, परामर्शदाताओं और दोस्तों, मैं 2003 सेंट एक्स स्नातक समारोह में आपका स्वागत करना चाहता हूं।

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अपनी दावेदारी वापस लेते हुए किया ट्रंप का समर्थन

भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल थे लेकिन बाद में उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली और डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने का निर्णय लिया। प्राइमरी में खराब प्रदर्शन के बाद रामास्वामी ने जनवरी में अपनी दावेदारी छोड़ने और ट्रंप का समर्थन करने का फैसला किया। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज कर चुके डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी को ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) का काम सौंपा है। भारतीय प्रवासी के 39 वर्षीय पुत्र रामास्वामी पहले भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें ट्रंप ने अपने प्रशासन में शामिल किया है। रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि मस्क और रामास्वामी सरकारी दक्षता विभाग या डीओजीई का नेतृत्व करेंगे, जिसका उद्देश्य शासन में सुधार लाना और फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाना है। जाने-माने उद्यमी रामास्वामी ने राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी पेश की थी लेकिन प्राइमरी में खराब प्रदर्शन के बाद, रामास्वामी ने जनवरी में अपनी दावेदारी समाप्त करने और ट्रंप का समर्थन करने का निर्णय लिया था। 

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इंजीनियर पिता और मां डॉक्टर

रामास्वामी के पिता वी गणपति रामास्वामी पेश से इंजीनियर हैं, जबकि उनकी माता गीता रामास्वामी मनोचिकित्सक हैं। उनके माता-पिता केरल से अमेरिका चले गए थे। सिनसिनाटी, ओहियो में जन्मे और पले-बढ़े, भारतीय मूल के उद्यमी राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी थे। उन्होंने हार्वर्ड से जीव विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की बायोटेक कंपनी रोइवेंट साइंसेज शुरू की। बायोटेक उद्यमी की शादी अपूर्वा से हुई है, जो गले की सर्जन हैं और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर में सहायक प्रोफेसर हैं। वे कोलंबस, ओहियो में रहते हैं और उनके दो बेटे हैं। ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से डीओजीई का सपना देखा है। 

मिली है क्या जिम्मेदारी

डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करेगा तथा बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार लाने के लिए व्हाइट हाउस और प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के साथ साझेदारी करेगा तथा सरकार में ऐसा उद्यमशील दृष्टिकोण पैदा करेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि एलन मस्क और विवेक रामास्वामी संघीय नौकरशाही में कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए बदलाव करेंगे और साथ ही सभी अमेरिकियों के जीवन को बेहतर बनाएंगे।

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