ईरान के विदेश मंत्री के इस्तीफे पर पोम्पिओ ने कहा, वह सिर्फ मुखौटा हैं
देश के राष्ट्रपति हसन रुहानी का संदर्भ देते हुए पोम्पिओ ने लिखा है, ‘‘किसी भी सूरत में वह (जरिफ) और हसन रुहानी सिर्फ भ्रष्ट धार्मिक माफिया के मुखौटे हैं।
वाशिंगटन। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरिफ द्वारा सोमवार को अचानक इस्तीफा दिए जाने के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उन्हें ‘‘भ्रष्ट धार्मिक माफिया के मुखौटों में से एक करार दिया है।’’ पोम्पिओ ने ट्वीट किया है, ‘‘हमें जरिफ के इस्तीफे की जानकारी है। देखते हैं कि ऐसा होता है या नहीं।’’ देश के राष्ट्रपति हसन रुहानी का संदर्भ देते हुए पोम्पिओ ने लिखा है, ‘‘किसी भी सूरत में वह (जरिफ) और हसन रुहानी सिर्फ भ्रष्ट धार्मिक माफिया के मुखौटे हैं।’’ ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई के संदर्भ में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हमें पता है कि अंत में सभी फैसले खामनेई करते हैं। हमारी नीतियों में कोई बदलाव नहीं है... शासन को सामान्य देश की तरह व्यवहार करना होगा और अपने लोगों का सम्मान करना होगा।’’
We note @JZarif’s resignation. We’ll see if it sticks. Either way, he and @HassanRouhani are just front men for a corrupt religious mafia. We know @khamenei_ir makes all final decisions. Our policy is unchanged—the regime must behave like a normal country and respect its people.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) February 26, 2019
गौरतलब है कि ईरान के विदेश मंत्री और 2015 में ईरान तथा पी5प्लस1 के बीच हुई परमाणु समझौते के मुख्य वार्ताकार मोहम्मद जावेद जरिफ ने इंस्टाग्राम पर अपने इस्तीफे की घोषणा की है। जरिफ ने सोमवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा है, ‘‘मैं सेवा करते रहने की अपनी अक्षमता और अपने कार्यकाल में रहीं सभी कमियों के लिए माफी चाहता हूं।’’ जरिफ ने पिछले 67 महीनों में उनका साथ देने के लिए ईरान की जनता और सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
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मामलों से जुड़े सूत्र के अनुसार राष्ट्रपति हसन रुहानी ने जरिफ का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। हालांकि उनके चीफ ऑफ स्टाफ ने ट्वीट करके जरिफ का इस्तीफा स्वीकार किए जाने संबंधी खबरों का खंडन किया है। जरिफ अगस्त, 2013 से ही रुहानी के विदेश मंत्री हैं। 2015 परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जरिफ को मई, 2018 में अमेरिका के समझौता से बाहर चले जाने से करारा झटका लगा।
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