UN ने विशाखापत्तनम की घटना को उद्योग जगत के लिए मानवाधिकारों को स्वीकारने के लिए आंख खोल देने वाला बताया

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बास्कट टुंकाक ने एक बयान में कहा कि विशाखापत्तनम के समीप आर आर वेंकटपुर गांव में बहुराष्ट्रीय एलजी पोलीमर्स प्लांट से गैस रिसाव की घटना भोपाल की 1984 की गैस त्रासदी जैसी है जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि वह जांच शुरू करने का स्वागत करते हैं।

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि विशाखापत्तनम के एक रसायन संयंत्र से हाल ही घातक गैस रिसाव की घटना उद्योग जगत के लिए मानवाधिकार को स्वीकारने और उसका सम्मान करने की जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए ‘आखें खोल देने वाली’ है।

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उन्होंने इस घटना की जांच का आदेश दिए जाने का स्वागत किया। खतरनाक पदार्थों एवं अपशिष्ट मामलों के विशेष प्रतिनिधि बास्कट टुंकाक ने एक बयान में कहा कि विशाखापत्तनम के समीप आर आर वेंकटपुर गांव में बहुराष्ट्रीय एलजी पोलीमर्स प्लांट से गैस रिसाव की घटना भोपाल की 1984 की गैस त्रासदी जैसी है जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि वह जांच शुरू करने का स्वागत करते हैं। विशाखापत्तनम स्थित संबंधित संयंत्र में सात मई को हुए गैस रिसाव से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 लोग बेहोश हो गए थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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