Prabhasakshi Exclusive: बेहद खराब होते जा रहे Pakistan के हालात भारत के लिए भी बड़े खतरे की घंटी हैं

Pakistan Flag
Prabhasakshi

इमरान खान पर अंकुश लगाने, उन्हें गिरफ्तार करने, उन्हें सैन्य कानूनों के तहत सजा देने और उनकी पार्टी के नेताओं को पीटीआई पार्टी छोड़ने और राजनीति तक छोड़ने के लिए जिस प्रकार का दबाव डाला जा रहा है वह पूरी दुनिया देख रही है।

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी (R) से जानना चाहा कि पाकिस्तान के हालात पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? क्या मुख्य विपक्षी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना जायज है? इसके अलावा जी-20 सम्मेलन का कश्मीर में सफल आयोजन पाकिस्तान के लिए कितना बड़ा झटका है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के जो हालात हैं वह किसी भी दृष्टि से भारत के लिए ठीक नहीं हैं। अस्थिर पाकिस्तान भारत के लिए और बड़ा खतरा साबित हो सकता है क्योंकि जिहाद की राह पर चलने वालों को मानवता से जरा भी प्रेम नहीं होता। इमरान खान पर अंकुश लगाने, उन्हें गिरफ्तार करने, उन्हें सैन्य कानूनों के तहत सजा देने और उनकी पार्टी के नेताओं को पीटीआई पार्टी छोड़ने और राजनीति तक छोड़ने के लिए जिस प्रकार का दबाव डाला जा रहा है वह पूरी दुनिया देख रही है। सोशल मीडिया के इस जमाने में पाकिस्तान के हर हालात पूरी दुनिया के सामने हैं। शहबाज शरीफ आज जिस सेना के समर्थन से इमरान खान को घेर रहे हैं, कल को उनका खुद का भी ऐसा ही हाल हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: US-NATO यूक्रेन को बड़े से बड़ा हथियार दिये जा रहे हैं और Russia उन्हें लगातार मार गिरा रहा है

ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी (R) ने कहा कि जहां तक कश्मीर में जी-20 सम्मेलन के सफल आयोजन की बात है तो विदेशी प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लेने के अलावा कश्मीरी संस्कृति को जानने समझने का प्रयास किया, वहां के मशहूर पकवानों का जायका लिया, खूबसूरत वादियों का दीदार किया, शॉपिंग की और आम कश्मीरियों से उनका हाल-चाल जाना। इसके जरिये पाकिस्तान के सारे झूठ का तो पर्दाफाश हुआ ही साथ ही कश्मीर में हो रहे विकास से भी विदेशी प्रतिनिधि रूबरू हुए। कश्मीर में जमीनी लोकतंत्र मजबूत हुआ है, नए उद्योग आ रहे हैं, तेजी से कृषि विकास हमारे गांवों को समृद्ध बना रहा है, बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में पिछले साल 300 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हुई। पूरी दुनिया देख रही है कि पूरा समाज खासतौर से युवा पीढ़ी अपने तथा देश के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की पटकथा लिख रहे हैं। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़