आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन करेगा स्विट्जरलैंड
कोविंद ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए स्विट्जरलैंड के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि भारत दशकों से राज्य प्रायोजित आतंकवाद का पीड़ित रहा है। सचिवालय ने कहा कि स्विट्जरलैंड ने सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में अपना समर्थन व्यक्त किया। भारत और स्विट्जरलैंड ने आर्थिक एवं तकनीकी संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
बर्न। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्विट्जरलैंड के अपने समकक्ष यूली मौरेर के साथ शुक्रवार को बैठक में कहा कि भारत दशकों से राज्य प्रायोजित आतंकवाद का पीड़ित रहा है जिसके बाद स्विट्जरलैंड ने सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को मजबूत करने के लिए अपना समर्थन जताया। राष्ट्रपति सचिवालय ने ट्वीट किया कि कोविंद और मौरेर के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि आतंकवाद मानवता के लिए गंभीर चुनौती है।
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कोविंद ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए स्विट्जरलैंड के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि भारत दशकों से राज्य प्रायोजित आतंकवाद का पीड़ित रहा है। सचिवालय ने कहा कि स्विट्जरलैंड ने सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में अपना समर्थन व्यक्त किया। भारत और स्विट्जरलैंड ने आर्थिक एवं तकनीकी संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं तकनीकी गठबंधन और लुसाने विश्वविद्यालय में हिंदी पीठ के नवीनीकरण के संबंध में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद कोविंद ने भारत-स्विट्जरलैंड व्यापार गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एवं स्विट्जरलैंड के स्टार्टअप को गठजोड़ करना चाहिए, ताकि वे एक-दूसरे की मदद कर सकें। आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की तीन राष्ट्रों की यात्रा के दूसरे चरण में कोविंद ने कहा कि स्विट्जरलैंड अत्याधुनिक तकनीक का गढ़ है और भारत विश्वस्तरीय मानव पूंजी पैदा कर रहा है। इस तरह ‘‘दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे की पूरक हैं’’।
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