पाकिस्तान में तोड़ी गई महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

Statue of Maharaja Ranjit Singh damaged in Pakistan

प्राथमिकी के अनुसार पंजाब प्रांत के मंडी बहाउद्दीन जिले के निवासी मुहम्मद रिजवान ने सुबह सात बजकर 55 मिनट पर सिंह की प्रतिमा के चारों ओर लगी लोहे की बाड़ पार की और तोड़फोड़ की। उसके खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

लाहौर।पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लाहौर किले में लगी महाराजा रणजीत सिंह की नौ फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा को एक धार्मिक कट्टरपंथी ने मंगलवार को क्षतिग्रस्त कर दिया। 2019 में स्थापित इस प्रतिमा को तीसरी बार नुकसान पहुंचाया गया है। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड हुआ है जिसमें आरोपी नारे लगाते हुए मूर्ति की बांह तोड़ते और सिंह की प्रतिमा को घोड़े से नीचे गिराते दिख रहा है। वीडियो में यह भी दिखा कि इसी दौरान एक अन्य व्यक्ति प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति को आकर रोकता है।

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पुलिस ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के एक कार्यकर्ता को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया है। लाहौर किले के प्रशासन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना पर सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक ट्वीट में कहा कि इस तरह के ‘‘अनपढ़ वास्तव में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि के लिए खतरनाक हैं।’’ प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डॉ शहबाज गिल ने कहा कि आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। गिल ने कहा, ‘‘ये बीमार मानसिकता के लक्षण हैं। यह पाकिस्तान की छवि को खराब करने की कोशिश है। पुलिस को दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’’ लाहौर के पुलिस प्रमुख गुलाम महमूद डोगर ने एक बयान में कहा कि ‘‘संदिग्ध ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संदिग्ध के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और वह टीएलपी से संबंधित है।’’

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प्राथमिकी के अनुसार पंजाब प्रांत के मंडी बहाउद्दीन जिले के निवासी मुहम्मद रिजवान ने सुबह सात बजकर 55 मिनट पर सिंह की प्रतिमा के चारों ओर लगी लोहे की बाड़ पार की और तोड़फोड़ की। उसके खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की यह प्रतिमा नौ फुट ऊंची थी। इसमें उन्हें पूरे सिख पोशाक में हाथ में तलवार लिए घोड़े पर बैठे हुए दिखाया गया है। प्रतिमा का अनावरण जून 2019 में किया गया था। यह पहली बार नहीं है जब प्रतिमा को निशाना बनाया गया है। पिछले साल लाहौर में मूर्ति की बांह तोड़ दी गई थी। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक अगस्त 2019 में भी दो युवकों ने इसे क्षतिग्रस्त किया था। महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के संस्थापक थे, जिन्होंने 19वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में उत्तर पश्चिमी भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया था।

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