श्रीलंका राष्ट्रपति चुनाव: शुरुआती रुझानों में विपक्षी उम्मीदवार गौतबाया राजपक्षे आगे
वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके 4.69 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे नंबर पर हैं। इस पद के लिए 32 और उम्मीदवार मैदान में हैं। आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिया ने बताया कि शनिवार को हुए मतदान में कुल 1.59 करोड़ मतदाताओं में से कम से कम 80 प्रतिशत मतदाताओं ने भाग लिया।
कोलंबो। श्रीलंका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को जारी मतों की गणना में पूर्व रक्षा सचिव गोटाबाया राजपक्षे ने शुरुआती बढ़त हासिल कर ली। श्रीलंका में घातक आतंकवादी हमले के सात महीने बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ था। निर्वाचन आयोग ने बताया कि करीब पांच लाख मतों की गणना के बाद मुख्य विपक्षी उम्मीदवार राजपक्षे 52.87 प्रतिशत मतों के साथ आगे चल रहे हैं जबकि आवासीय मंत्री सजीत प्रेमदासा को 39.67 प्रतिशत मत मिले।
Sri Lanka's former wartime defence secretary Gotabaya Rajapaksa heads closer to clinching the presidency in a fiercely fought election held seven months after Islamist attacks killed 269 people https://t.co/Zo17lHQcWY pic.twitter.com/U0LqK3hSD7
— AFP news agency (@AFP) November 17, 2019
वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके 4.69 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे नंबर पर हैं। इस पद के लिए 32 और उम्मीदवार मैदान में हैं। आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिया ने बताया कि शनिवार को हुए मतदान में कुल 1.59 करोड़ मतदाताओं में से कम से कम 80 प्रतिशत मतदाताओं ने भाग लिया। राजपक्षे (70) देश के सिंहली बहुल इलाकों में आगे है जबकि प्रेमदासा को उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में तमिल समुदाय का समर्थन प्राप्त है।
‘यूनाइटेड नेशनल पार्टी’ (यूएनपी) के प्रेमदासा (52) देश के पूर्व राष्ट्रपति रणसिंहे प्रेमदासा के पुत्र हैं। देश में 21 अप्रैल को हुए आत्मघाती बम हमलों के बाद यह चुनाव यूएनपी नीत सरकार की लोकप्रियता की परीक्षा है। इन हमलों में कम से कम 269 लोगों की मौत हो गई थी। इन हमलों को रोकने में नाकाम रहने पर सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।यह चुनाव ईस्टर संडे बम विस्फोट के बाद सुरक्षा चुनौतियों और बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण से जूझ रहे श्रीलंका का भविष्य तय करेगा। आयोग ने बताया है कि वह रविवार देर रात तक अंतिम परिणाम घोषित कर सकता है।
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