श्रीलंका ने शिया धार्मिक कार्यक्रम के खिलाफ प्रदर्शन पर रोक लगायी
श्रीलंका की एक अदालत ने रविवार को दो अतिराष्ट्रवादी बौद्ध संगठनों को शियाओं के एक अहम दिवस के खिलाफ प्रदर्शन करने से रोक दिया। यह ईस्टर संडे के आत्मघाती बम हमलों के बाद देश में पहला ऐसा मुस्लिम कार्यक्रम है। पुलिस प्रवक्ता रूवान गुनासेकरा ने बताया कि कोलंबो की मजिस्ट्रेट अदालत ने बौद्ध भिक्षुओं की अगुवाई वाले दो संगठनों के खिलाफ यह आदेश जारी किया है जिन्होंने यहां शिया मुसलमानों के दाऊदी बोहरा संप्रदाय के एक धार्मिक कार्यक्रम में बाधा डालने की योजना बनायी थी।
कोलंबो। श्रीलंका की एक अदालत ने रविवार को दो अतिराष्ट्रवादी बौद्ध संगठनों को शियाओं के एक अहम दिवस के खिलाफ प्रदर्शन करने से रोक दिया। यह ईस्टर संडे के आत्मघाती बम हमलों के बाद देश में पहला ऐसा मुस्लिम कार्यक्रम है। पुलिस प्रवक्ता रूवान गुनासेकरा ने बताया कि कोलंबो की मजिस्ट्रेट अदालत ने बौद्ध भिक्षुओं की अगुवाई वाले दो संगठनों के खिलाफ यह आदेश जारी किया है जिन्होंने यहां शिया मुसलमानों के दाऊदी बोहरा संप्रदाय के एक धार्मिक कार्यक्रम में बाधा डालने की योजना बनायी थी।
दुनियाभर से दाउदी बोहरा संप्रदाय के करीब 25000 लोग दस दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम के लिए शनिवार से कोलंबो में जुट रहे हैं। यह कार्यक्रम आशूरा के साथ समाप्त होगा। पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में इस दिन को मनाया जाता है।
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गुनासेकरा ने बताया कि पुलिस के पास सूचना है कि दोनों राष्ट्रवादी संगठन राजधानी में कार्यक्रम में खलल डालने की योजना बना रहे हैं जिसके बाद पुलिस और सैनिकों ने सुरक्षा बढ़ा दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि ये संगठन क्या योजना बना रहे थे लेकिन राष्ट्रवादी संगठन ने इस बौद्ध बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते रहे हैं।
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