विवादित जलक्षेत्र में फिर China और Philippines के जहाजों की टक्कर, दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप

Philippines
प्रतिरूप फोटो
ANI
Prabhasakshi News Desk । Aug 19 2024 3:31PM

समुद्र में सबीना शोल नामक क्षेत्र के निकट चीन और फिलिपीन के तटरक्षक जहाज टकरा गए जिससे कम से कम दो नौकाएं क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। सबीना शोल दक्षिण चीन सागर में पड़ने वाले देशों के बीच चिंताजनक रूप से बढ़ते क्षेत्रीय विवाद का नया केंद्र बनकर उभर रहा है।

ताइपे । चीन और फिलिपीन के तटरक्षक जहाज सोमवार को समुद्र में सबीना शोल नामक क्षेत्र के निकट टकरा गए जिससे कम से कम दो नौकाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। सबीना शोल दक्षिण चीन सागर में पड़ने वाले देशों के बीच चिंताजनक रूप से बढ़ते क्षेत्रीय विवाद का नया केंद्र बनकर उभर रहा है। दोनों देशों ने स्प्रैटली द्वीप समूह में एक विवादित क्षेत्र सबीना शोल के पास हुई टक्कर के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराया है, इस टक्कर में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।वियतनाम और ताइवान भी स्प्रैटली द्वीप समूह पर अपना दावा जताते हैं। चीन के तटरक्षक बल ने फिलिपीन पर आरोप लगाया है कि उसके एक जहाज ने जानबूझकर चीनी पोत को टक्कर मारी है। 

चीनी तट रक्षक बल के प्रवक्ता गान यू ने एक बयान में दावा किया, “फिलिपीनी तट रक्षक बल के दो जहाज सबीना शोल के पास जल क्षेत्र में दाखिल हुए, चीनी तट रक्षक बल की चेतावनी को नजरअंदाज किया और तड़के 3:24 बजे एक चीनी पोत को जानबूझकर टक्कर मार दी।” गान यू ने कहा, “इस टक्कर के लिए फिलिपीनी पक्ष पूरी तरह से जिम्मेदार है। हम फिलिपीनी पक्ष को क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन और उकसावे भरी कार्रवाई तुरंत बंद करने की चेतावनी देते हैं, वरना उसे इसके सभी गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।” 

पश्चिमी फिलीपीन सागर पर फिलिपीन के ‘नेशनल टास्क फोर्स’ ने कहा कि तटरक्षक बल के दो जहाजों ‘बीआरपी बागाके’ और ‘बीआरपी केप एंगानो’ को क्षेत्र में पाटाग और लावाक द्वीपों की ओर जाते समय चीनी तटरक्षक जहाजों के ‘‘अवैध व आक्रामक युद्धाभ्यास का सामना करना पड़ा।” बयान में कहा गया है, ‘‘इन खतरनाक युद्धाभ्यासों के परिणामस्वरूप टक्कर हुई, जिससे फिलिपीन तट रक्षक बल के दोनों जहाजों को संरचनात्मक क्षति हुई।’’ टास्क फोर्स ने कहा कि ‘बीआरपी केप एंगानो’ और एक चीनी जहाज के बीच हुई टक्कर के कारण फिलीपीन के जहाज के ‘डेक’ पर लगभग 5 इंच चौड़ा एक छेद हो गया है। टास्क फोर्स के अनुसार, लगभग 16 मिनट बाद, दूसरे फिलिपीनी जहाज बीआरपी बागाके को एक अन्य चीनी जहाज ने दो बार टक्कर मारी, जिससे मामूली संरचनात्मक क्षति हुई। 

टास्क फोर्स ने कहा, ‘‘(फिलिपीन तटरक्षक बल) हमारे राष्ट्रीय हितों के सामने आने वाले किसी भी खतरे से निपटते हुए समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी निभाने को लेकर दृढ़ संकल्पित हैं।” इससे पहले चीनी तटरक्षक बल के प्रवक्ता गान यू ने कहा कि चीन सबीना शोल और उसके निकटवर्ती जल क्षेत्र सहित पूरे स्प्रैटली द्वीप समूह पर “निर्विवाद संप्रभुता” का दावा करता है। स्प्रैटली द्वीप समूह को चीन में नान्शा द्वीप समूह, जबकि सबीना शोल को जियानबिन रीफ के नाम से जाना जाता है। एक अन्य बयान में गान यू ने आरोप लगाया कि सबीना शोल से खदेड़ा गया फिलिपीनी जहाज चीनी तट रक्षक बल की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए विवादित सेकंड थॉमस शोल के पास जल क्षेत्र में घुस गया। उन्होंने कहा, “चीनी तट रक्षक बल ने नियम और कानून के अनुसार फिलिपीनी जहाज के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की।” 

फिलिपीन के पश्चिमी द्वीप प्रांत पलावन से लगभग 140 किलोमीटर पश्चिम में स्थित सबीना शोल चीन और फिलिपीन के बीच क्षेत्रीय विवाद का नया केंद्र बन गया है। फिलिपीन के तट रक्षक बल ने अप्रैल में सबीना शोल में अपने प्रमुख गश्ती जहाजों में से एक ‘बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ’ को तैनात किया था। उसने यह कदम तब उठाया था, जब फिलिपीनी वैज्ञानिकों को सबीना शोल के रेतीले टीलों पर बड़े पैमाने पर कुचले हुए मूंगे का ढेर मिला था, जिससे यह संदेह पैदा हुआ था कि चीन क्षेत्र में कृत्रिम द्वीप बनाने की तैयारियों में जुटा हो सकता है। 

चीनी तट रक्षक बल ने भी बाद में सबीना शोल में एक जहाज तैनात किया था। सबीना शोल फिलिपीन के नियंत्रण वाले सेकंड थॉमस शोल के पास स्थित है, जहां चीनी और फिलिपीनी तट रक्षक बल के जहाजों और अन्य जहाजों के बीच टकराव के मामले हाल के महीनों में बढ़ गए हैं। चीन और फिलिपीन ने विवादित तटवर्ती क्षेत्रों में किसी भी तरह के टकराव को रोकने के लिए हाल ही में एक समझौते पर दस्तखत किए थे। इस समझौते के तहत फिलिपीनी बलों ने जुलाई के अंत में दक्षिण चीन सागर के उस विवादित तटवर्ती क्षेत्र में खाद्य और अन्य सामग्री पहुंचाई थी, जिसे लेकर चीन और फिलीपीन के बीच लंबे से टकराव की स्थिति बनी हुई थी। समझौते से क्षेत्र में तनाव कम होने की उम्मीद जगी थी।

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