जाह्नवी कंडुला के लिए न्याय की मांग को लेकर सिएटल में रैली निकाली, सांसदों ने जांच की मांग की

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एक सर्वसम्मत प्रस्ताव में, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन अमेरिकन एसोसिएशन (एनएफआईए) ने सभी संबंधित अधिकारियों से जांच और सामुदायिक भागीदारी को प्राथमिकता देने तथा सभी व्यक्तियों और पीड़ितों के अधिकारों और गरिमा का सम्मान करने का आह्वान किया। एनएफआईए ने इस मुद्दे को वाशिंगटन में उच्चतम स्तर पर जोरदार ढंग से उठाने के लिए अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू की भी प्रशंसा की है।

भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडुला के लिए न्याय की मांग और सिएटल में तैनात दो पुलिस अधिकारियों के इस्तीफे की मांग को लेकर विभिन्न समुदायों के 200 से अधिक लोगों ने उस स्थान पर एक रैली आयोजित की जहां एक तेज रफ्तार पुलिस गश्ती कार के टक्कर मारने से उसकी मौत हो गई थी। अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति समेत अन्य सांसदों और समुदाय के सदस्यों ने सिएटल पुलिस से भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडुला की दुखद मौत की जांच को गंभीरता से आगे बढ़ाने का आग्रह किया है। कंडुला (23) जब 23 जनवरी को सड़क पार कर रही थीं, तब एक पुलिस वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी। पुलिस वाहन को केविन डेव नाम का अधिकारी चला रहा था।

वह मादक पदार्थ के ‘ओवरडोज’ की सूचना पर गति सीमा का उल्लंघन करके 74 मील प्रति घंटे (119 किमी प्रति घंटे) की अधिक गति से गाड़ी चला रहा था। सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी किए गए ‘बॉडीकैम फुटेज’ में अधिकारी डेनियल ऑडरर को घातक दुर्घटना के बारे में हंसते हुए यह कहते हुए देखा गया कि आपराधिक जांच आवश्यक है। इसी के साथ वह डेव की गलती की संभावना को खारिज करता दिख रहा है। सिएटल टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बृहस्पतिवार को 200 से अधिक लोग सिएटल चौराहे पर पहुंचे, जहां जनवरी में एक अधिकारी के वाहन ने कंडुला को बुरी तरह कुचल दिया था।

उन्होंने छात्रा की जान लेने वाले अधिकारी और दुर्घटना के बारे में हास्यास्पद बयान (इस बयान को कुछ लोग ‘घृणित’ करार दे रहे हैं) देने वाले एक पुलिस यूनियन के नेता की जवाबदेही तय करने की मांग की। साउथ लेक यूनियन की रैली में प्रतिभागियों ने ऑडरर के साथ ही कंडुला को रौंदने वाले अधिकारी डेव के इस्तीफे की मांग की। रिपोर्ट में कहा गया है कि रैली में वक्ताओं ने पुलिस प्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि यह श्वेत लोगों के वर्चस्व पर आधारित है और वह अश्वेत तथा अन्य रंग के लोगों के जीवन का अपराधीकरण करने के साथ उनका कम मूल्यांकन करती है।

लोगों के हाथ में तख्तियों पर पर लिखा था, ‘जेल में हत्यारे पुलिसकर्मी’, ‘जाह्नवी के लिए न्याय’, ‘पुलिस आतंक खत्म करो’ आदि। आसपास के अपार्टमेंट में रहने वाले लोग भी रैली में शामिल होने के लिए पहुंचे। सांसद कृष्णमूर्ति ने सिएटल पुलिस अधिकारी की जाह्नवी कंडुला की मौत पर पुलिस अधिकारी के हंसने से संबंधित रिकॉर्डिंग पर कहा ‘‘जाह्नवी कंडुला की मौत एक भयानक त्रासदी थी और किसी को उसकी मौत का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।’’ कृष्णमूर्ति ने बृहस्पतिवार को कहा,‘‘ एक सिएटल पुलिस अधिकारी की उसकी मौत को हल्का बताने और उसके जीवन के मूल्य पर सवाल उठाने की रिकॉर्डिंग घृणित और अस्वीकार्य है। मैं सिएटल पुलिस विभाग से आग्रह करता हूं कि वह इस मामले में अपनी जांच को उस गंभीरता के साथ आगे बढ़ाए जिसकी यह मांग करती है।

वीडियो में डेनियल ऑडरर, जिनका दुर्घटना के बारे में बयान कैमरे में रिकॉर्ड हो गया, को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘हां, बस एक चेक लिखो। 11,000 अमेरिकी डॉलर। वह वैसे भी 26 साल की थी, उसका मूल्य सीमित था।’’ भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। ‘सिएटल सिटी काउंसिल’ की सदस्य क्षमा सावंत ने घटना के बाद पुलिस पर पूर्ण शक्तियों के साथ एक स्वतंत्र निर्वाचित सामुदायिक निगरानी का आह्वान किया है। काउंसिल के सदस्य टैमी जे. मोरालेस (जिला 2- दक्षिण सिएटल) वीडियो सामने आने के बाद सिएटल पुलिस प्रमुख एड्रियन डियाज से तत्काल कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

एक सर्वसम्मत प्रस्ताव में, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन अमेरिकन एसोसिएशन (एनएफआईए) ने सभी संबंधित अधिकारियों से जांच और सामुदायिक भागीदारी को प्राथमिकता देने तथा सभी व्यक्तियों और पीड़ितों के अधिकारों और गरिमा का सम्मान करने का आह्वान किया। एनएफआईए ने इस मुद्दे को वाशिंगटन में उच्चतम स्तर पर जोरदार ढंग से उठाने के लिए अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू की भी प्रशंसा की है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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