हमारे संबंधों के आयाम विस्तृत एवं प्रगाढ़, वियतनाम के प्रधानमंत्री संग बातचीत के बाद बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने आतंकवाद रोधी कार्रवाई, साइबर सुरक्षा पर सहयोग मजबूत करने का फैसला किया है। पिछले साल जुलाई में, भारत ने दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार पर आम चिंताओं के बीच बढ़ती द्विपक्षीय रणनीतिक और रक्षा साझेदारी के प्रतिबिंब के रूप में वियतनाम को अपना इन-सर्विस मिसाइल कार्वेट आईएनएस किरपान उपहार में दिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वियतनाम के अपने समकक्ष फाम मिन्ह चिन्ह से बातचीत के बाद कहा कि पिछले एक दशक में हमारे संबंधों के आयाम विस्तृत एवं प्रगाढ़ हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में हमने अपने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया है। हमने परस्पर सहयोग के सभी पहलुओं पर व्यापक बातचीत की। हमने व्यापक रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने के लिए नयी कार्य योजना अपनायी है। प्रधानमंत्री मोदी ने वियतनाम के अपने समकक्ष के साथ बातचीत के बाद कहा कि 30 करोड़ डॉलर की स्वीकृत ऋण सुविधा से वियतनाम की समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी।
इसे भी पढ़ें: Rashtrapati Bhavan में औपचारिक स्वागत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी वियतनामी समकक्ष से गर्मजोशी से गले मिले | Watch
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने आतंकवाद रोधी कार्रवाई, साइबर सुरक्षा पर सहयोग मजबूत करने का फैसला किया है। पिछले साल जुलाई में, भारत ने दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार पर आम चिंताओं के बीच बढ़ती द्विपक्षीय रणनीतिक और रक्षा साझेदारी के प्रतिबिंब के रूप में वियतनाम को अपना इन-सर्विस मिसाइल कार्वेट आईएनएस किरपान उपहार में दिया था।
इसे भी पढ़ें: Giriraj की राहुल गांधी को चुनौती, जातीय पहचान पूछने पर मुकदमा दर्ज करके दिखाएं
यह पहली बार था कि भारत ने किसी मित्र विदेशी देश को पूरी तरह से ऑपरेशनल कार्वेट सौंपा। आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई देशों का संघ) का एक महत्वपूर्ण देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है। भारत की दक्षिण चीन सागर में वियतनामी जलक्षेत्र में तेल खोज परियोजनाएँ हैं। भारत और वियतनाम पिछले कुछ वर्षों में साझा हितों की रक्षा के लिए अपने समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ा रहे हैं।
अन्य न्यूज़