जनरल कासिम सुलेमानी के आखिरी दीदार के लिए गृहनगर में जमा हुए लोग
इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए लोकप्रिय सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को मंगलवार को सुपर्द-ए-खाक किया जाना है।बड़ी संख्या में लोग आजादी चौक पर जमा हुए हैं जहां राष्ट्रीय झंडे में लिपटे दो ताबूत रखे हुए हैं। कहा जा रहा है कि एक ताबूत सुलेमानी का और दूसरा ताबूत उनके करीबी सहयोगी ब्रिगेडियर जनरल हुसैन पुरजाफरी का है।
करमान (ईरान)। इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए लोकप्रिय सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को मंगलवार को सुपर्द-ए-खाक किया जाना है। उनके जनाजे की जुलूस में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग करमान आए हुए हैं। रेवोल्यूशनरी गार्ड की विदेशी शाखा के कमांडर के गृह नगर में बहुत बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने आए हैं। कुछ इतनी ही संख्या में तेहरान, कोम, मशहद और अहवाज में भी लोग सड़कों पर मौजूद थे।
#UPDATE "Any aid to these forces, including military, intelligence, financial, technical, service or logistical, will be considered as cooperation in a terrorist act," Iran parliament says, as crowds gather for Qasem Soleimani burial https://t.co/16xWb2y9BF pic.twitter.com/pZyekCwmh1
— AFP news agency (@AFP) January 7, 2020
इसे भी पढ़ें: तनाव के बीच ट्रंप ने कहा- ईरान कभी नहीं हासिल कर पाएगा परमाणु हथियार
बड़ी संख्या में लोग आजादी चौक पर जमा हुए हैं जहां राष्ट्रीय झंडे में लिपटे दो ताबूत रखे हुए हैं। कहा जा रहा है कि एक ताबूत सुलेमानी का और दूसरा ताबूत उनके करीबी सहयोगी ब्रिगेडियर जनरल हुसैन पुरजाफरी का है। शीराज से अपने कमांडर को अंतिम विदा देने के लिए करमान आए लोगों में से एक का कहना है, ‘‘हम पवित्र सुरक्षा के महान कमांडर को श्रद्धांजलि देने आए हैं।
हिम्मत देहगान का कहना है कि हज कासिम (सुलेमानी) से लोग ना सिर्फ करमान या ईरान में मोहब्बत करते थे, बल्कि पूरी दुनिया में लोग उनसे मोहब्बत करते थे। 56 वर्षीय पूर्व सैनिक ने कहा कि पूरी दुनिया, मुसलमानों, शियाओं, इराक, ईरान, सीरिया, अफगानिस्तान और खास तौर से ईरान, सभी अपनी सुरक्षा के लिए उनके एहसानमंद हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे के पास किए गए ड्रोन हमले में सुलेमानी और कुछ अन्य लोग मारे गए। हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अभूतपूर्व तरीके से बढ़ गया है और ईरान ने इसका बदला लेने की कसम खायी है। सुलेमानी को अपराह्न दो बजे से चार बजे के बीच शहीदों के कब्रिस्तान में सुपर्द-ए-खाक किया जाना है। भारतीय समयानुसार यह शाम चार से छह बजे के बीच होगा।
अन्य न्यूज़