फिलिस्तीनी इमाम ने कहा- समलैंगिकता की वजह से फैला कोरोना मुस्लिम शासकों पर भी साधा निशाना
आपको बता दें कि यह कोई पहली मर्तबा नहीं है जब शेख इस्साम अमीरा ने कोई विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं, साल 2020 में वह अपने विवादित बयान की वजह से जेल की हवा भी खा चुके हैं।
एक तरफ तो कोरोना वायरस और उसके नए वैरियंट ओमिक्रॉन से दुनिया में दहशत फैली हुई है। कोरोना वायरस का यह नया वैरियंट भारत समेत पूरी दुनिया में फैल चुका है, और इसके मामले तेजी से सामने आ रहे हैं जो स्वास्थ्य विशेषज्ञों और लोगों के लिए चिंता का सबब बने हुए हैं। वहीं दूसरी ओर फिलिस्तीन के एक इस्लामिक इमाम शेख ने कोरोना के लेकर विवादित बयान दिया है। हम जिस इमाम की बात कर रहे हैं, उनका नाम शेख इस्साम अमीरा है। यरूशलम के अल-अक्सा मस्जिद में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा समलैंगिकता के कारण कोरोना फैला है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि, इजराइल के मुस्लिम शासकों के गलत आचरण की वजह से कोरोना वायरस अलग अलग रूप में फैल रहा है।
इमाम ने कहा मुस्लिम शासक समलैंगिकता को अनुमति देते हैं, और साथ ही नारीवादी संगठनों का पालन करते हैं जिससे कोरोना भारतीय संस्करण और ओमिक्रोन के रूप में विश्व भर में फैल रहा है। इमाम अमीरा ने कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को भारतीय वेैरिएंट कहा। इमाम का संबोधन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वे मीडिया और मुस्लिम शासकों पर निशाना साधते सुने जा रहे हैं। मीडिया को काफिर बताते हुए इमाम ने कहा अगर सरकार और मीडिया को कोरोना का प्रचार नहीं करते इसके बारे में पता नहीं चलता। यह रोग क्या है इसके बारे में मारे पूर्वजों को भी नहीं पता था। फिर इसके बारे में बता कर किसने अनैतिकता फैलाई इमाम ने अपने संबोधन में कहा यह सारी बातें मीडिया फैला रहा है, जो काफिर है।
फिलिस्तीन इमाम का कहना है कि, मुस्लिम शासकों की वजह से ही कोरोना वायरस अपदा आई है। इसलिए सभी मुसलमानों को इनके खिलाफ एकजुट होना चाहिए, उन्होंने कहा, क्रूर शासकों के खिलाफ सभी मुसलमानों के प्रयासों को एकजुट करना जरूरी है। यही शासक हम पर यह आपदा लेकर आए हैं। शेख इस्साम अमीरा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उनकी लालत मलामत भी खूब हो रही है, अमेरिकी लेखक रॉबर्ट स्पेंसर ने भी ट्वीट कर लिखा कि, अल अक्सा मस्जिद में मुस्लिम विद्वान बोले- अल्लाह ने इजराइल और समलैंगिकता की वजह से ओमिक्रोन वैरियंट को भेजा है। अमेरिकी पत्रिका Ramparts के संपादक डेविड होरोवित्ज ने रॉबर्ट स्पेंसर का ट्वीट री ट्वीट करते हुए लिखा है घातक कट्टरता। अलग-अलग ट्विटर यूजर्स भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
आपको बता दें कि यह कोई पहली मर्तबा नहीं है जब शेख इस्साम अमीरा ने कोई विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं, साल 2020 में वह अपने विवादित बयान की वजह से जेल की हवा भी खा चुके हैं। उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने के लिए फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या करने वाले मुस्लिम की प्रशंसा की थी। उसके बाद इसराइल की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। अल अक्सा मस्जिद से भी उन्हें 6 महीने के लिए बैन कर दिया गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अमीरा ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में भी 2017 में कहा था, ट्रंप के स्वागत में नेताओं को कहना चाहिए, दफा हो जाओ तुम्हारे लिए हमारे पास केवल तलवारें हैं।
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