Pakistan के दोस्त ने दुनिया को दिखाई ताकत, इकट्ठा किए 17 लाख लोग, जानें क्या है पूरा माजरा?
एर्दोगान की लोकप्रियता का अंदाजा आप लाखों लोगों की भीड़ को देख कर लगा सकते हैं। शायद ही कोई नेता हो जिसकी रैली में इतनी भीड़ देखने को मिली हो।
लोगों का हुजूम ऐसा कि हर किसी की आंखे फटी की फटी रह गई। लाखों लोगों की भीड़ किसी म्यूजिक कॉसर्ट के लिए नहीं बल्कि एक राजनीति रैली की है। इतने लोग इतनी बड़ी तादाद में तुर्की में एकट्ठा हुए हैं। वहीं तुर्की जहां कुछ ही महीने पहले विनाशकारी भूकंप ने पचास हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली। जिस तुर्की को भारत का दुश्मन और पाकिस्तान का दोस्त माना जाता है। उस तुर्की में भूकंप से हुई तबाही के बाद आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि इतनी भीड़ सड़कों पर उतर आई। दरअसल, ये लाखों लोगों की भीड़ तुर्की में राष्ट्रपति एर्दोगान की रैली में देखने को मिली।
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एर्दोगान की लोकप्रियता का अंदाजा आप लाखों लोगों की भीड़ को देख कर लगा सकते हैं। शायद ही कोई नेता हो जिसकी रैली में इतनी भीड़ देखने को मिली हो। आपको बता दें कि तुर्की में 14 मई को चुनाव होने वाले हैं। अब ऐसे में राष्ट्रपति एर्दोगान ने इंस्तांबुल में रैली की। आपको ये जानकार हैरानी होगी की इस रैली में ऐतिहासिक रुप से कम से कम 17 लाख लोग एकट्ठा हुए। तस्वीरों में हर तरफ केवल और केवल जनसैलाब नजर आया। पैर रखने की भी जगह नहीं बची।
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आपको बता दें कि एर्दोगान को सत्ता में रहे 20 साल से ज्यादा का समय हो चुका है। हालांकि दावा तो ये किया जा रहा था कि एर्दोगान का करिश्मा अब खत्म हो सकता है। इस दौरान एर्दोगान ने रैली में आई भीड़ की सराहना की और पिछले दो दशकों में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। एर्दोगान ने कहा कि उनकी सरकार ग्रेट इस्ताबुंल टनल प्रोजेक्ट बना रही है। इस बार के चुनाव में एर्दोगान के खिलाफ प्रमुख रूप से केमल किलिकडारोग्लू, मुहर्रम इन्स और सिनान ओगन हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो 600 सदस्यों वाले तुर्की संसद में 24 राजनीतिक दल और 151 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
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