नामीबिया में फिर से शुरू हुई आवाजाही, इस प्लान के जरिए कोरोना को किया नियंत्रित
नामीबिया में 7 अप्रैल के बाद से अब तक कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। इतना ही नहीं यहां पर कोरोना संक्रमण से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।
नामीबिया में 7 अप्रैल के बाद से अब तक कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। इतना ही नहीं यहां पर कोरोना संक्रमण से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।
इसे भी पढ़ें: नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 166 नए मामले सामने आए, कुल संख्या 1500 के पार
महज 9 एक्टिव केस
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच नामीबिया ऐसा देश है जहां पर कोविड-19 के कुल 23 मामले हैं। जिनमें से केवल 9 ही एक्टिव हैं। जैसे ही यहां पर कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान तुरंत एक्टिव हो गए। राष्ट्रपति हेग जी. जिन्गोब ने आपातकाल लागू कर दिया और फिर 24 मार्च को बार्डर 30 दिनों के लिए सील कर दिया गया। जिसके बाद देश के भीतर भी आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई।
नामीबिया में जब कोरोना के 2 मामले सामने आए थे तभी सरकार ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाए थे। जिसकी वजह से नामीबिया में कोरोना का प्रसार बढ़ नहीं पाया।
इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने ब्राजील को कोविड-19 के इलाज में अप्रमाणित मलेरिया की दवा भेजी
हेल्थ प्रोग्राम किया गया शुरू
नामीबिया की प्रधानमंत्री सारा कुनगोंगेल्वा ने कहा कि संक्रमण का पता लगते ही सरकार ने एक हेल्थ प्रोग्राम शुरू कर दिया था ताकि संक्रमण का शिकार हुए लोगों का इलाज जल्द से जल्द किया जा सके। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस परे घटनाक्रम से हमने जो कुछ भी सीखा है उसे आगे ले जाने की जरूरत है।
आपको बता दें कि नामीबिया की सरकार ने गरीब तबके के लोगों को एक बार सैलरी दी और व्यापार को फिर से शुरू करने के प्रोत्साहन राशि मुहैया कराया।
इसे भी पढ़ें: अमेरिका में प्रदर्शनों से कोरोना वायरस का नया दौर शुरू होने का डर
कोरोना संक्रमण पर मिली कामयाबी के बाद नामीबिया की सरकार ने आवाजाही को दोबारा शुरू कर दिया है लेकिन बार्डर को अभी भी नहीं खोला है। सरकार का मानना है कि अभी भी विदेशी यात्रियों द्वारा यहां पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
अन्य न्यूज़