King Charles III Coronation Updates: सिर पर सज गया ताज, किंग चार्ल्स औपचारिक रूप से बन गए ब्रिटेन के नए महाराज
ताजपोशी से पहले किंग चार्ल्स और उनके बड़े बेटे प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन बकिंघम पैलेस के नजदीक अपने करीबी लोगों और शुभचिंतकों से मुलाकात करेंगे।
ब्रिटेन के नए राजा के औपचारिक रूप से राजतिलक समारोह में सेवा कैंटरबरी के आर्कबिशप जस्टिन वेल्बी ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। किंग चार्ल्स ने इस दौरान कहा कि मैं सेवा कराने नहीं बल्कि सेवा करने आया हूं।अपने नए राजा के राजतिलक समारोह को भव्य और शानदार बनाने के लिए ब्रिटेन की सरकार करीब ढाई सौ मिलियन पाउंड से ज्यादा की रकम खर्च कया है। इस समारोह का गवाह बनने के लिए दुनिया के नामचीन लोगों को बुलाया गया। कोरोनेशन' शब्द लैटिन शब्द कोरोना से लिया गया है जिसका अर्थ 'ताज' होता है। ताजपोशी से पहले किंग चार्ल्स और उनके बड़े बेटे प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन बकिंघम पैलेस के नजदीक अपने करीबी लोगों और शुभचिंतकों से मुलाकात की।
सिंहासन पर विराजे सम्राट और लोगों ने झुककर प्रकट की निष्ठा
सम्राट को शाही गोला प्रस्तुत किया गया। ये धार्मिक और नैतिक अधिकारों का प्रतीक होता है। सम्राट को एक राजदंड भी दिया गया। जो उनकी शक्ति का प्रतीक होता है। फिर कैटरबरी के आर्कबिशप ने सम्राट के सिर पर एडवर्ड का ताज रखा। इसके बाद सम्राट ताजपोशी की कुर्सी से उठकर सिंहासन पर बैठे और समकक्ष लोग उनके सामने झुककर कोर्निश बजाते हुए सम्राट के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट की।
राजतिलक
किंग चार्ल्स तृतीय को राजतिलक के लिए सम्राट वाली कुर्सी पर बिठाया गया फिर कुर्सी के चारों तरफ सुनहरे कपड़े का घेरा बनाया गया। जिससे सम्राट लोगों को दिखाई न दे सकें। इस दौरान कैटरबरी के आर्कबिशप सम्राट के हाथों, सीने और सिर पर पवित्र तेल से अभिषेक किया।
इसे भी पढ़ें: कुछ प्राचीन तो कुछ चोरी के: किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक में उपयोग किए जाने वाले चम्मच, ताज और अन्य रत्नों का क्या है इतिहास?
किंग चार्ल्स ने ली शपथ
कैंटरबरी के आर्कबिशप ने ब्रिटेन में चर्च ऑफ इंग्लैंड को एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने की कोशिश करेंगे जिसमें सभी धर्मों के लोग स्वतंत्र रूप से रह सकें कहकर ब्रिटेन में मनाए गए कई धर्मों को स्वीकार करते हैं। वह तब राज्याभिषेक की शपथ दिलाता है। राजा अपना हाथ होली गोस्पेल पर रख वादों को "निष्पादित करने और निभाने" का वचन देते हैं।
समारोह में पहुंचे किंग चार्ल्स
किंग चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला वेस्टरमिंटर एबे में ऐतिहासिक राज्याभिषेक के लिए एक धार्मिक समारोह में पहुंचे जो लगभग एक हजार साल पुराना है। शाही जोड़े ने बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर एबे तक की यात्रा 2.2 किलोमीटर की पूरी की है। जिसे 2012 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के लिए कमीशन किया गया था।
बकिंघम पैलेस से निकले किंग चार्ल्स
किंग चार्ल्स ताजपोशी के लिए बकिंघम पैलेस से अपनी पत्नी कैमिला के साथ निकल चुके हैं। वेस्टमिंस्टर एबे में किंग चार्ल्स की ताजपोशी की जाएगी। ताजपोशी के इस कार्यक्रम का ब्रिटेन में विरोध भी हो रहा है। लोग इस पर इतना खर्च करने से नाराज हैं। लंदन पुलिस ने छह लोगों को शाही परिवार का विरोध करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
किंग चार्ल्स बनेंगे 15 देशों के सम्राट
बीते साल महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद ही किंग चार्ल्स को राजा घोषित कर दिया गया था। लेकिन आज औपचारिक रूप से उनकी ताजपोशी हो रही है। वहीं ताजपोशी के बाद किंग चार्ल्स ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा समेत 15 देशों के राजा बन जाएंगे।
सुनक बोले- असाधारण राष्ट्रीय गौरव का क्षण
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने राज्याभिषेक को इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की एक गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति के रूप में वर्णित किया। सुनक ने कहा कि ये असाधारण राष्ट्रीय गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के आधुनिक चरित्र का एक ज्वलंत प्रदर्शन और एक पोषित अनुष्ठान जिसके माध्यम से एक नए युग का जन्म हुआ है। लेकिन हर कोई समारोह के समर्थन में नहीं है। मतदान राजशाही के लिए समर्थन को कम करने का संकेत देता है, विशेष रूप से युवा लोगों के बीच, इसके आधुनिकीकरण या यहां तक कि पूरी तरह से खत्म करने की मांग के साथ। रिपब्लिक "मेरे राजा नहीं" लिखी हुई तख्तियां पकड़े हुए नजर आए।
अन्य न्यूज़