कजाकिस्तान ने आर्सेलरमित्तल की अनुषंगी कंपनी के राष्ट्रीयकरण की पुष्टि की

Kassym-Jomart Tokayev
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आर्सेलर तेमिरताउ ने एक बयान में कहा कि कजाकिस्तान में उसने सभी कोयला खदान स्थलों पर काम रोक दिया है। कंपनी ने बयान में मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उनका प्रयास अब यह सुनिश्चित करना है कि प्रभावित कर्मचारियों को देखभाल और पुनर्वास के साथ सरकारी अधिकारियों से सहयोग मिले। लक्समबर्ग स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात निर्माता बहुराष्ट्रीय कंपनी आर्सेलर मित्तल का स्थानीय प्रतिनिधि आर्सेलरमित्तल तेमिरताउ है।

कजाकिस्तान ने देश के सबसे बड़े इस्पात संयंत्रोंऔर कई कोयला एवं अयस्क खदानों का संचालन करने वाली आर्सेलरमित्तल तेमिरताउ के राष्ट्रीयकरण की पुष्टि की है। यह पुष्टि शनिवार को कंपनी की खदान में आग लगने से हुई कम से कम 32 मौतों के बाद लिया गया है। आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, कोयला खदान में कम से कम 32 श्रमिकों की मौत हुई है जबकि अन्य 14 श्रमिक लापता हैं। आर्सेलर मित्तल तेमिरताउ ने एक बयान में पुष्टि की है कि जिस वक्त कोस्टेनको कोयला खदान में आग लगी तो उसमें करीब 252 लोग काम कर रहे थे। आशंका जताई जा रही है कि आग लगने का कारण मिथेन गैस हो सकती है। कंपनी की इसी खदान अगस्त में भी आग लग गई थी जिसमें चार खनिकों की मौत हो गई थी।

वहीं, नवंबर 2022 में एक अन्य कार्यस्थल पर मीथेन गैस के रिसाव से पांच लोगों की मौत हो गई थी। कंपनी ने शनिवार को पुष्टि की है कि वह अधिकारियों की बढ़ती असंतुष्टि के बीच कंपनी का राष्ट्रीयकरण करने के लिए कजाकिस्तान सरकार के साथ एक समझौते को अंतिम रूप दे रही है। प्रधान मंत्री अलीखान स्माइलोव ने कजाकिस्तान के राष्ट्रपति की वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि सरकार कंपनी के शेयरधारकों के साथ एक प्रारंभिक समझौते पर पहुंच गई है और अब कंपनी के राष्ट्रीयकरण को औपचारिक बनाने की प्रक्रिया में है। कंपनी के भविष्य को लेकर अटकलें सितंबर से ही बढ़ रही थीं जब कजाकिस्तान के पहले उप प्रधानमंत्री रोमन स्काइलर ने पत्रकारों को बताया कि सरकार ने निवेश दायित्वों को पूरा करने में विफलता और बार-बार सुरक्षा उल्लंघनों से निराश होकर आर्सेलरमित्तल को खरीदने के लिए संभावित निवेशकों के साथ बातचीत शुरू कर दी है।

कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायव ने देश में 29 अक्टूबर कोराष्ट्रीय शोक दिवस के रूप में घोषित किया। देश के महा अभियोजक के कार्यालय ने बताया कि उसने कोयला खदान में संभावित सुरक्षा उल्लंघनों की जांच शुरू कर दी है। आर्सेलर तेमिरताउ ने एक बयान में कहा कि कजाकिस्तान में उसने सभी कोयला खदान स्थलों पर काम रोक दिया है। कंपनी ने बयान में मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उनका प्रयास अब यह सुनिश्चित करना है कि प्रभावित कर्मचारियों को देखभाल और पुनर्वास के साथ सरकारी अधिकारियों से सहयोग मिले। लक्समबर्ग स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात निर्माता बहुराष्ट्रीय कंपनी आर्सेलर मित्तल का स्थानीय प्रतिनिधि आर्सेलरमित्तल तेमिरताउ है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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