ईरान ने दो महीने बाद छोड़ा ब्रिटिश ध्वज वाला टैंकर
वेबसाइट टैंकरट्रेकर डॉट कॉम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘आज सुबह उपग्रह से मिली तस्वीरों से पता चला कि स्टेना इम्पेरो (टैंकर) अब वहां पर नहीं है।’’ टैंकर उस स्थान पर अगस्त के दूसरे हफ्ते से था।
तेहरान। ईरान के बंदरगाह बंदर अब्बास पर दो महीने से अधिक समय से रोक कर रखे गए ब्रिटिश ध्वज वाले एक तेल टैंकर को छोड़ दिया गया है। एक वेबसाइट ने मंगलवार को यह खबर दी। सरकार के प्रवक्ता अली रबी ने सोमवार को घोषणा कि ‘‘ विधिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है’’ और स्वीडन के स्वामित्व वाला टैंकर अब स्वतंत्र है।
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वेबसाइट टैंकरट्रेकर डॉट कॉम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘आज सुबह उपग्रह से मिली तस्वीरों से पता चला कि स्टेना इम्पेरो (टैंकर) अब वहां पर नहीं है।’’ टैंकर उस स्थान पर अगस्त के दूसरे हफ्ते से था। टैंकर ने मछली पकड़ने वाली एक नौका को टक्कर मार दी थी, उसके बाद अपना ट्रांसपांडर बंद कर दिया था। सहायता कॉल पर भी कोई जवाब टैंकर की ओर से नहीं आया था जिसके बाद उसे जब्त कर लिया गया।
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टैंकर की मालिक कंपनी स्टेना बल्क ने रविवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि टैंकर को जल्द छोड़ दिया जाएगा। टैंकर को जब्त करने के कदम को उस घटना के बदले के रूप में देखा गया जिसमें ब्रिटेन के अधिकारियों ने जुलाई माह की शुरुआत में ईरान के एक टैंकर को पकड़ लिया था। हालांकि बाद में जिब्राल्टर की अदालत ने ईरान के टैंकर को 15 अगस्त को रिहा करने का आदेश दे दिया था। हालांकि तेहरान ने दोनों मामलों के आपस में जुड़े होने की बात से इनकार कर दिया है।
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