बदलते विश्व में हिंद-प्रशांत नयी अवधारणाओं में से एक है: एस जयशंकर
मॉस्को के थिंकटैंक और 2004 में स्थापित विचार मंच ‘वाल्डाई डिस्कशन क्लब’ में ‘हिंद-प्रशांत पर भारत का परिप्रेक्ष्य’ विषय पर जयशंकर अपनी बात रख रहे थे।
मॉस्को। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को यहां कहा कि बदलती दुनिया से नई अवधारणा और दृष्टिकोण सामने आये हैं और हिंद-प्रशांत उनमें से एक है। जयशंकर रूस की दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे। इस दौरे के दौरान वह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी रूस यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप देंगे।
40 years to the day I first came to Moscow. The world has changed but India-Russia relations remain steady.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 27, 2019
The changing world has thrown up new concepts and approaches. Discussed one of them- the Indo-Pacific at the Valdai Discussion Club. pic.twitter.com/bxYvskb0XH
मई में पद संभालने के बाद से यह मॉस्को की उनकी पहली यात्रा है। जयशंकर की यह यात्रा चार से छह सितंबर के बीच व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक से पहले हो रही है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे। जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि बदलती दुनिया से नई अवधारणाएं और दृष्टिकोण सामने आये हैं। ‘वाल्डाई डिस्कशन क्लब’ में उनमें से एक अवधारणा हिंद-प्रशांत पर चर्चा हुई।
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मॉस्को के थिंकटैंक और 2004 में स्थापित विचार मंच ‘वाल्डाई डिस्कशन क्लब’ में ‘हिंद-प्रशांत पर भारत का परिप्रेक्ष्य’ विषय पर जयशंकर अपनी बात रख रहे थे। जयशंकर ने ट्वीट किया, मैं 40 साल पहले मास्को आया था। दुनिया बदल गई है लेकिन भारत-रूस संबंध आज भी पहले जितने ही मजबूत हैं। विदेश मंत्री ने रूस में भारत के दूतावास में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण भी किया।
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