यूएई में भारतीय महिला दुर्लभ रोग से पीड़ित पाई गई
नीतू की मां ललिता ने कहा, मैंने दस साल पहले यूएई आने के बाद से अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिये कड़ी मेहनत की। मेरी बेटी की पिछले साल दिसंबर में जितिन से शादी हुई थी, जो शारजाह में रहता है।
दुबई। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय मूल की 20 वर्षीय महिला दुलर्भ बीमारी की वजह से पिछले छह महीने से जीवन रक्षक प्रणाली पर है। मीडिया में शनिवार को आई खबरों में यह जानकारी दी गई। खलीज टाइम्स की खबर के अनुसार अपने पति से मिलने शारजाह पहुंची नीतू शाही पनिक्कर के मार्च में ऑटोइम्यून इंसेफलाइटिस से पीड़ित होने का पता चला। इस बीमारी में शरीर का प्रतिरोधी तंत्र मस्तिष्क की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है जिससे दिमाग में सूजन आ जाती है। नीतू को तबीयत बिगड़ने के बाद अबूधाबी के शेख खलीफा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वह 27 मार्च से जीवन रक्षक प्रणाली पर है। इस बीमारी में प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ मस्तिष्क कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे मस्तिष्क में सूजन आ जाती है।
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नीतू की मां ललिता ने कहा, मैंने दस साल पहले यूएई आने के बाद से अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिये कड़ी मेहनत की। मेरी बेटी की पिछले साल दिसंबर में जितिन से शादी हुई थी, जो शारजाह में रहता है। वह जनवरी के आखिर में यूएई आई थी और 17 मार्च को बीमार हो गई।
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दर्जी की दुकान में काम करने वाली ललिता ने कहा कि पति के छोड़ जाने के बाद उन्होंने अपने दो बच्चों को बड़ी मुश्किलों से पाला। ललिता ने कहा, अस्पताल के चिकित्सकों ने हमारे लिये बहुत कुछ किया है। मैं उनका शुक्रिया करते नहीं थकती। मैं उनका कितना भी शुक्रिया अदा करूं, वो काफी नहीं होगा। ऑटोइम्यून इंसेफलाइटिस का इलाज प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करने वाले उपायों और आवश्यकता पड़ने पर ट्यूमर को हटाकर किया जा सकता है।
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