रोहिंग्या मुद्दे पर भारत ने कहा- पड़ोसियों से विचार-विमर्श कर सुलझाएंगे मुद्दा
उन्होंने बताया कि त्रिपुरा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे इन रोहिंग्यओं को बीएसएफ ने हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए लोगों में छह पुरुष, नौ महिलाएं और 16 बच्चे शामिल हैं।
नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर हिरासत में लिए गए 31 रोहिंग्या मुस्लिमों से जुड़े मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत अपने पड़ोसियों के संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘सरकार मूल रूप से म्यामां के रखाइन प्रांत के 31 लोगों की मौजूदगी से वाकिफ है।’’ उन्होंने कहा कि भारत संबंधित पड़ोसी देशों के साथ परस्पर विचार-विमर्श कर मामले को सुलझाने की कोशिश करेगा।
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कुमार ने कहा, ‘‘उनके दस्तावेजों और दावों की जांच की जा रही है और सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें रहने की जगह, भोजन और अन्य सामान मुहैया कराए जा रहे हैं।’’
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सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, इन 31 रोहिंग्या मुसलमानों के तीन दिनों तक सीमा पर फंसे रहने के बाद मंगलवार को बीएसएफ ने उन्हें त्रिपुरा पुलिस को सौंप दिया था। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे इन रोहिंग्यओं को बीएसएफ ने हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए लोगों में छह पुरुष, नौ महिलाएं और 16 बच्चे शामिल हैं।
The Border Security Force Tuesday handed over the 31 #Rohingya Muslims, who were stranded on the India-Bangladesh border for three days, to the #Tripura police, ending a standoff with its counterpart, the BGB, on the issue, officials said.https://t.co/ZXcuNvPO4X
— WION (@WIONews) January 22, 2019
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