भारत 2020 में दक्षिण-पूर्व एशिया में शरणार्थियों को शरण देने वाले शीर्ष तीन देशों में रहा :संरा
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ.टेड्रोस ए. घेब्रेययस ने कहा, ‘‘यह पहली रिपोर्ट है जो वैश्विक स्तर पर शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य की समीक्षा करती है। यह तत्काल और सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करती है ताकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सके।
संयुक्त राष्ट्र| भारत 2020 में दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र के उन तीन शीर्ष देशों में रहा, जिन्होंने सर्वाधिक संख्या में अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों और शरणार्थियों को शरण दी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को जारी एक वैश्विक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य को लेकर डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी पहली रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में प्रत्येक आठ में से एक व्यक्ति प्रवासी है और यह दुनिया की करीब एक अरब आबादी है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ.टेड्रोस ए. घेब्रेययस ने कहा, ‘‘यह पहली रिपोर्ट है जो वैश्विक स्तर पर शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य की समीक्षा करती है। यह तत्काल और सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करती है ताकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सके। यह खराब स्वास्थ्य के मूलभूत कारणों से निपटने और स्वास्थ्य प्रणालियों को ठीक करने के लिए विश्व द्वारा तेजी से कार्रवाई किये जाने की जरूरत भी बताती है।’’
रिपोर्ट के मुताबिक भारत, बांग्लदेश और थाईलैंड दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के तीन शीर्ष देश हैं, जिन्होंने 2020 के दौरान सबसे अधिक प्रवासियों और शरणार्थियों को शरण दी।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 48,78,704 अंतरराष्ट्रीय प्रवासी हैं, जो कुल आबादी का 0.4 प्रतिशत है। इन प्रवासियों में 4.2 प्रतिशत (यानी 2,07,334) शरणार्थी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक अब भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों से उत्तरी अमेरिका की ओर पलायन हो रहा है।
इनमें से अधिकतर अमेरिका के अन्य हिस्सों और एशिया (विशेषतौर पर चीन, भारत और फिलीपीन) से जाने वाले लोग हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में सबसे अधिक प्रवासन अमेरिका में हुआ और कुल प्रवासियों में से 18 प्रतिशत (कुल 5.1 करोड़) वहां गये।
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