Balochistan Attack Pakistan: बलूचिस्तान से भाग जाओ चीनियों वरना...क्यों हो रहा चीन का विरोध
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे कम आबादी वाला, लेकिन खनिज संसाधनों के मामले में बेहद धनी प्रांत है। बलूच लोगों की लंबे समय से शिकायत रही है कि उन्हें प्रांत के मुनाफे का उचित हिस्सा नहीं मिलता है। इसकी वजह से वहां कई अलगाववादी समूह बन गए हैं।
बलूचों ने पाकिस्तान में चीनियों के काफिले को नेस्तोनाबूद कर दिया है। अब फिर से चीन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। जिससे पाकिस्तान और चीन की नींद उड़ चुकी है। दरअसल, बलूचिस्तान के ग्वादर में बीएलए ने चीनी इंजीनियर्स के काफिले पर हमला बोल दिया था। इस हमले में 4 चीनी नागरिकों के मारे जाने की खबर है। खुद पीएलए ने इस हमले की पुष्टि की है। बलूचियों ने चीनियों को कह दिया कि वहां से जितना जल्दी यहां से निकल जाएं।
इसे भी पढ़ें: चीन, रूस से दो-दो हाथ के लिए एक साथ आए अमेरिका और जापान, मिलकर बनाएंगे हाइपरसोनिक मिसाइल इंटरसेप्टर
बलूचिस्तान पर चीन की नजर
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे कम आबादी वाला, लेकिन खनिज संसाधनों के मामले में बेहद धनी प्रांत है। बलूच लोगों की लंबे समय से शिकायत रही है कि उन्हें प्रांत के मुनाफे का उचित हिस्सा नहीं मिलता है। इसकी वजह से वहां कई अलगाववादी समूह बन गए हैं। सीपीईसी परियोजना चीन की विशाल बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव की बुनियाद है। यह चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत को दक्षिण पश्चिम में ग्वादर बंदरगाह से जोड़ने वाला प्रोजेक्ट है।
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान : ग्वादर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो चरमपंथी मारे गए
क्यों हो रहा चीन का विरोध
बलूचिस्तान के लोग चीनी कॉरिडोर का शुरू से विरोध कर रहे हैं। वहां की ट्राइबल कम्युनिटी को डर है कि बाहरी लोग यहां बसेंगे तो यहां के डेमोग्राफी पर प्रभाव पड़ेगा। इस मिनरल रिच इलाके के दोहन का फायदा पाकिस्तान की राजनीति को डॉमिनेट करने वाले एलीट क्लास को ही होगा। बाहरी दखल से बलोच विद्रोहियों को अपने आंदोलन के कमज़ोर होने का भी खतरा है, इसलिए भी वे प्रोजेक्ट पर काम करने वाले चीनी इंजिनियरों को निशाना बना रहे हैं। लगातार हमलों से प्रोजेक्ट में हो रही देरी और बढ़ते खर्च से चीन परेशान है। वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए चीनी आर्मी लगाने की फिराक में भी है, जिसके लिए पाकिस्तान तैयार नहीं हो रहा है।
अन्य न्यूज़