Russia में ज्वालामुखी के पास से हेलीकॉप्टर लापता, क्रू मेंबर समेत 22 लोग थे सवार
एमआई-8 एक दो इंजन वाला हेलीकॉप्टर है जिसे 1960 के दशक में डिज़ाइन किया गया था। इसका व्यापक रूप से रूस में उपयोग किया जाता है, जहां दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, साथ ही पड़ोसी देशों और कई अन्य देशों में भी इसका उपयोग किया जाता है।
संघीय हवाई परिवहन एजेंसी के प्रारंभिक आंकड़ों का हवाला देते हुए रिपोर्टों के अनुसार, चालक दल के तीन सदस्यों और 19 यात्रियों के साथ एक रूसी हेलीकॉप्टर शनिवार को कामचटका के सुदूर पूर्वी प्रायद्वीप में लापता हो गया। Mi-8T हेलीकॉप्टर ने वाचकाज़ेट्स ज्वालामुखी के पास एक बेस से उड़ान भरी और चालक दल निर्धारित समय 04:00 GMT (भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे) पर रिपोर्ट करने में विफल रहा।
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एमआई-8 एक दो इंजन वाला हेलीकॉप्टर है जिसे 1960 के दशक में डिज़ाइन किया गया था। इसका व्यापक रूप से रूस में उपयोग किया जाता है, जहां दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, साथ ही पड़ोसी देशों और कई अन्य देशों में भी इसका उपयोग किया जाता है। पहली बार रूसी सेना ने 1967 में इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया था। इसकी कीमत 15 मिलिनयन डॉलर यानी 125 करोड़ रुपए है। एआई-8टी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले हेलिकॉप्टरों में से एक है। भारत, चीन, ईरान समेत 50 से भी ज्यादा देश इसका इस्तेमाल सिविल और मिलिट्री उद्देश्यों के लिए करते हैं। भारत ने पहली बार 1971 में रूस से एमआई 8टी हेलिकॉप्टर खरीदा था। इसके बाद 1988 तक कुल 107 एमआई 8टी हेलिकॉप्टर भारत द्वारा सैन्य उपयोग के लिए खरीदे गए।
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