Bashar al Assad की कुर्सी कैसे गई? अस्थिर मिडिल ईस्ट दुनिया में तीसरा वर्ल्ड वॉर न करवा दे
बशर अल असद अपने परिवार के साथ रूस पहुंच गए हैं। जिसके बाद मोहम्मद अल-बशीर को 1 मार्च, 2025 तक संक्रमणकालीन सीरियाई सरकार का कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। यानी आधी सदी से भी अधिक समय के बाद, कोई असद, हाफ़िज़ या बशर - सीरिया पर शासन नहीं कर रहा है।
एजाक एल डोर मतलब डॉक्टर अब तुम्हारी बारी है। साल 2011 में एक बच्चे ने सीरिया में दीवार पर ये नारा लिखा था। यहां डॉक्टर से इशारा बशर अल असद की तरफ था। उस समय अरब स्पिंग चल रही थी। अरब देशों के कई तानाशाहों की सरकार जा रही थी। इसी कड़ी में बशर अल असद के खिलाफ भी प्रोटेस्ट शुरू हुए। असद ने लोगों पर गोलियं चलवाई। प्रदर्शन और भड़क उठे। देश सिविल वॉर की भेंट चढ़ गया। फिर आता है साल 2024 और दिसंबर का महीना सीरिया में विद्रोही गुट यानी रिबेल ग्रुप ने सीरिया के कई शहरों पर कब्जा जमा लिया। 8 दिसंबर को खबर आई कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद राजधानी दमिश्क से किसी अज्ञात जगह पर चले गए हैं। बाद में पता चला बशर अल असद अपने परिवार के साथ रूस पहुंच गए हैं। जिसके बाद मोहम्मद अल-बशीर को 1 मार्च, 2025 तक संक्रमणकालीन सीरियाई सरकार का कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। यानी आधी सदी से भी अधिक समय के बाद, कोई असद, हाफ़िज़ या बशर - सीरिया पर शासन नहीं कर रहा है।
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असद के साथ क्या गलत हुआ?
5 दिसंबर को, जैसे ही अलेप्पो के बाद हमा का पतन हुआ, असद ने सेवारत सैनिकों के लिए 50% वेतन वृद्धि की घोषणा की, ताकि एचटीएस द्वारा उन्हें (असद के अपने अलावाइट जातीय धार्मिक समूह सहित) देश छोड़ने के आह्वान का मुकाबला किया जा सके। एसएए अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात रहा है। विद्रोहियों का कहना है किहम सीरियाई लोगों के सामने अपने कैदियों की रिहाई और उनकी जंजीरों को खोलेन की खबर का जश्न मना रहे हैं। हम सेडनाया जेल में अन्याय के युग की समाप्ति की घोषणा करते हैं। 2024 में एसएए ने रूस और ईरान पर उतना ही भरोसा करना जारी रखा जितना उसने 2015 में किया था। भले ही इन देशों के साथ असद के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हों और मॉस्को यूरोप में तनावग्रस्त हो गया हो और ईरान लेबनान में दबाव में हो।
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रूस और तुर्की का क्या चक्कर है
अलेप्पो और होम्स के राजमार्ग पर रूसी हवाई कार्रवाई 3 दिसंबर तक बंद हो गई, मॉस्को ने लताकिया और टार्टस में अपने ठिकानों पर किसी भी तत्काल खतरे को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया। यूक्रेन में रूसी बाधाएँ स्पष्ट हैं, ध्यान दें कि तुर्की के साथ रूस की पहले की तनातनी में अब बोस्फोरस जलडमरूमध्य पर लटकती डैमोकल्स तलवार का संदर्भ है, जो रूसी युद्धपोतों के लिए काला सागर बेड़े के साथ जुड़ने के लिए आवश्यक है। सीरिया में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए रूस और अन्य अरब/खाड़ी देशों के साथ सहयोग करके तुर्की के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, क्योंकि अब असद का पतन हो गया है और सीरियाई राष्ट्रीय सेना (एसएनए), तुर्की समर्थित सशस्त्र समूह, हमला कर सकता है। भविष्य में उत्तरी और पश्चिमी सीरिया में कुर्द और अधिक स्वतंत्र होंगे।
इजरायल इतना खुश क्यों है
इस्राइल ने बशर अल असद के तख्तापलट के बाद सीरिया में 300 से ज्यादा हवाई हमले किए है। जंग से जुड़े पर्यवेक्षको 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' ने कहा कि इस्राइली सैनिक राजधानी दमिश्क के करीब है। यह इलाका गोलन हाइट्स के बफर जोन में स्थित सीरियाई सेना से 10 किलोमीटर दूर है। दमिश्क में सोमवार रातभर और मंगलवार को शहर और उसके उपनगरों में भारी हवाई हमलों की आवाजे सुनी गईं। ऑनलाइन आईं तस्वीरों में नष्ट मिसाइल लॉन्चर, हेलिकॉप्टर और जंगी विमान दिखे। इस्राइली सेना ने माना कि सैनिक बफर जोन से आगे गए है, लेकिन दमिश्क के करीब पहुंचने की खबरों को खारिज किया। इजिप्ट, कतर और सऊदी ने सीरिया में इस्राइली घुसपैठ की निंदा की है।
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