Painless Periods Tips । 12 हफ्तों तक आजमाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खें, पीरियड क्रैम्प्स से मिलेगी राहत
क्रैम्प्स की वजह से महिलाएं पीरियड्स के दौरान अपना रोजमर्रा का काम नहीं कर पाती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे बताने जा रहे हैं, जो पीरियड क्रैम्प्स से राहत दिलाने में आपकी मदद करेंगे।
पीरियड्स के दिन महिलाओं के लिए दर्द से भरे होते हैं। इस दौरान उन्हें असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है। मेडिकल भाषा में इस दर्द को मेंस्ट्रुअल क्रैम्प (पीरियड्स क्रैम्प्स) कहते हैं, जो 10 में से 9 महिलाओं को झेलने पड़ते हैं। पीरियड के दौरान हमारा शरीर हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे गर्भाशय में सिकुड़न पैदा होती है। इसी सिकुड़न को क्रैम्प या ऐंठन कहा जाता है। क्रैम्प्स की वजह से महिलाएं पीरियड्स के दौरान अपना रोजमर्रा का काम नहीं कर पाती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे बताने जा रहे हैं, जो पीरियड क्रैम्प्स से राहत दिलाने में आपकी मदद करेंगे।
आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार सावलिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत दिलाने वाले कुछ नुस्खे साझा किए हैं। डॉक्टर ने महिलाओं को इन नुस्खों को 12 हफ्तों तक आजमाने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि इन नुस्खों ने उनकी कई पेशेंट्स की क्रैम्प्स की समस्या दूर की है।
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पीरियड क्रैम्प्स दूर करने के आयुर्वेदिक नुस्खें
रोजाना धूप सेंके- सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है। विटामिन डी क्रैम्प्स पैदा करने के लिए जिम्मेदार प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन को कम करने में मदद करता है। इसलिए रोजाना 15-30 मिनट के लिए धूप में बैठें। ये सिर्फ पीरियड क्रैम्प्स के लिए ही नहीं बल्कि आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।
सीड्स का सेवन करें- पीरियड क्रैम्प्स से बचने के लिए डाइट में सीड्स शामिल करें। पीरियड्स शुरू होने से पहले 13-14 दिनों तक अलसी और कद्दू के बीज का सेवन करें। पीरियड्स के बाद के दिनों में सूरजमुखी और तिल के बीज का सेवन करें। इन बीजों में मौजूद पोषक तत्व हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं, जिसकी वजह से पीरियड के दौरान होने वाला दर्द भी कम हो जाता है।
पीरियड्स के दौरान एक्टिव रहें- पीरियड्स के दौरान एक्टिव रहने जरुरी है। एक्सरसाइज/योग करने से पेल्विक क्षेत्र के आसपास परिसंचरण बढ़ जाता है, जो प्रोस्टाग्लैंडिंस (दर्द के लिए जिम्मेदार) का प्रतिकार करने के लिए एंडोर्फिन जारी करता है। पीरियड्स के दौरान आप हल्की सैर, बालासन, विपरीत करणी, शवासन, सुप्त बद्ध कोणासन, वज्रासन जैसे आसान कर सकते हैं।
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किशमिश और केसर का सेवन करें- पीरियड्स का दर्द कम करने के लिए भीगी हुई किशमिश और केसर का सेवन करें। ये दोनों चीजें दर्द को कम करने में मदद करेंगे। इसी के साथ मूड स्विंग से निपटने में भी मदद कर सकते हैं। सुबह सबसे पहले 2-3 केसर के धागों के साथ 5 रात भर भिगोई हुई काली किशमिश का सेवन करें।
हर्बल चाय की चुस्की लें- पीरियड्स के दिनों में मेथी हर्बल चाय पीने से क्रैम्प्स को कम करने में मदद मिलेगी। इसे बनाने के लिए 1 गिलास पानी लें - इसमें 5 मेथी के बीज, 5 पुदीने की पत्तियां, 3 तुलसी की पत्तियां, आधा चम्मच अजवाइन और आधा चम्मच जीरा डालें और इसे पूरी आंच पर 5 मिनट तक उबालें, फिर छान लें और घूंट-घूंट करके पी लें। इसके अलावा आप कैमोमाइल चाय और अदरक-गुलाब की चाय का भी सेवन कर सकते हैं। अदरक-गुलाब की चाय बनाने के लिए 1 गिलास पानी लें, इसमें 5-7 गुलाब की पंखुड़ियां और ताजा कसा हुआ 1 इंच अदरक मिलाएं, इसे 5-7 मिनट तक उबालें, फिर छान लें और गर्म होने पर इसे छान लें।