टीबी को पहचानकर कुछ इस तरह करें इसका इलाज, यह हैं लक्षण

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मिताली जैन । Aug 13 2019 3:48PM

टीबी होने पर जांच के जरिए बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए लगातार तीन दिन तक कफ की जाँच करवाई जाती है। यह ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि कफ की जगह जाँच के लिए थूक न दिया जाए। वैसे तो आप किसी भी अस्पताल में यह जांच करवा सकते हैं।

टीबी का नाम सुनते ही मन सिहर उठता है। यह एक बेहद गंभीर व जानलेवा बीमारी मानी गई है। यूं तो इस बीमारी का पूरी तरह से इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप समय रहते इसके लक्षणों को पहचानें और बीमारी होने की स्थिति में इलाज बीच में न छोड़ा जाए। अगर इसके इलाज के लापरवाही बरती जाती है तो व्यक्ति असमय की काल के गाल में समा जाता है। तो चलिए आज हम आपको टीबी के लक्षणों और इसके इलाज के बारे में जानकारी दे रहे हैं−

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पहचानें बीमारी को

इस बीमारी को इसके लक्षणों के जरिए आसानी से पहचाना जा सकता है। कई बार इसके लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन ऐसा बहुत कम स्थिति में होता है, अन्यथा आपको इसके एक या कई लक्षण नजर आ सकते हैं। टीबी की बीमारी होने पर लक्षण हैं−

तीन सप्ताह या उससे अधिक समय तक खांसी होना।

खांसी के साथ बलगम आना।

कभी−कभी थूक से खून आना।

वजन कम होना।

भूख में कमी होना।

सांस लेते हुए सीने में दर्द की शिकायत।

शाम या रात के समय बुखार आना।

करें इलाज

टीबी होने पर जांच के जरिए बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए लगातार तीन दिन तक कफ की जाँच करवाई जाती है। यह ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि कफ की जगह जाँच के लिए थूक न दिया जाए। वैसे तो आप किसी भी अस्पताल में यह जांच करवा सकते हैं। लेकिन दिल्ली में डॉट्स केन्द्रों को विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया गया है, यहां पर आप क्षय रोगों की जाँच निःशुल्क रूप से करवा सकते हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी टीबी का इलाज निःशुल्क होता है।

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इसका रखें ध्यान

टीबी की समस्या होने पर दवा का कोर्स पूरा करें। कोर्स को बीच में छोड़ने की गलती न करें। इससे दवा के प्रति रेजिस्टेंट पैदा हो सकता है और इससे बीमारी बढ़ने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

अगर आपको टीबी की बीमारी है तो हमेशा मास्क पहनकर ही निकलें। साथ ही खांसने या छींकने से पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर कर लें। यह ऐसी बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। पौष्टिक खाना खाएं, साथ ही एक्सरसाइज करें। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़़ेगी।

धूम्रपान व शराब आदि से जितना हो सके, दूरी बनाकर रखें।

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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