Toddler Kids Health: टॉडलर बच्चों को स्क्रीन के सामने बिठाने से हेल्थ पर पड़ता है बुरा असर, अभी से हो जाएं सतर्क

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आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में पैरेट्स बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाते हैं। वहीं कई बार अपने कामों को निपटाने के लिए पैरेंट्स बच्चों को फोन या टीवी में लगा देते हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि ऐसा करने से बच्चों की सेहत पर इसका बुरा असर पड़ता है।

इस बात में कोई शक नहीं है कि आजकल की भागदौड़ भरी और बिजी लाइफस्टाइल के चलते मां-बाप अपनी जिंदगी में बहुत व्यस्त रहने लगे हैं। अपने कामों को निपटाने के लिए अक्सर पैरेंट्स बच्चों को टीवी या फोन में लगा देते हैं। देखा जाए तो ऐसा हर पैरेंट्स करने लगे हैं। जबकि माता-पिता यब बहुत अच्छे से जानते हैं कि ज्‍यादा स्‍क्रीन देखना बच्‍चों की आंखों और सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। भुवनेश्‍वर से केयर हॉस्‍पीटल की पीडियाट्रिशियन डॉक्‍टर ममता पांडा ने जानकारी देते हुए बताया कि टीवी या स्‍क्रीन टाइम से टॉडलर उम्र में बच्‍चों पर नेगेटिव असर पड़ सकता है?

जानिए क्या कहती हैं डॉक्टर

डॉक्‍टर ममता के अनुसार, कई रिसर्चों में यह खुलासा हुआ है कि ज्‍यादा स्‍क्रीन टाइम का बच्‍चे के विकास पर गहरा असर पड़ता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्‍स के मुताबिक दो साल से कम उम्र के बच्चे को स्क्रीन से बिलकुल दूर रखना चाहिए। वहीं 5 साल तक की उम्र के बच्चे को पूरे दिन में सिर्फ 1 घंटे स्क्रीन देखने के लिए दिया जा सकता है।

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ज्यादा स्क्रीन देखने के नुकसान

डॉक्‍टर ममता बताती हैं कि ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने से बच्चों की सोशल-कॉग्‍नीटिव और बिहेवरियल टेस्‍ट में परफॉर्मेंस घटने लगती है। वहीं बच्चों द्वारा जब स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताया जाता है तो उनकी हेल्दी स्लीप पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। इससे बच्चे में अटेंशन डेफिसिट प्रॉब्‍लमों का खतरा बढ़ाने के साथ ही बच्चे एंग्‍जायटी, मोटापा और डिप्रेशन आदि का भी शिकार हो सकते हैं। 

टीवी देखने के नुकसान

डॉ. ममता ने जानकारी देते हुए बताया कि स्‍क्रीन टाइम की वजह से टॉडलर उम्र में बच्‍चे वायलेंस को भी अपना सकते हैं। क्योंकि बच्चों को कई बार ऐसा लगता है कि मुश्किल होने पर या मुश्किलों से डील करने के लिए एक तरीका वायलेंस भी है। जिससे बच्चों के इमोशनल विकास पर इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है। इसके अलावा इसका असर उनकी पढ़ाई पर भी पड़ता है। डॉ. ममता पैरेंट्स को सलाह देते हुए कहती हैं कि दो साल से कम उम्र के बच्‍चों को टीवी, मोबाइल, कंप्‍यूटर और टैबलेट आदि बिलकुल भी नहीं देना चाहिए।

क्या करें पैरेंट्स

इसके अलावा डॉ. ममता कहती हैं कि अचानक से बच्‍चों को स्‍क्रीन टाइम से दूर नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे बच्चे के हेल्दी विकास पर असर पड़ने की संभावना होती है। अचानक से उन्हें स्क्रीन से दूर करने से फायदा होने की जगह नुकसान भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ पैरेंट्स को भी टीवी देखनी चाहिए। लेकिन स्क्रीन टाइम को लिमिट में रखें। इसके अलावा बच्चों को आउटडोर एक्टिविटीज जरूर करवाएं। इससे टॉडलर बच्‍चों पर स्‍क्रीन से पड़ने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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