इन चार परिस्थितियों में भूल से भी ना करें एक्सरसाइज, सेहत को होगा नुकसान
अगर आपको किसी तरह की कोई इंजरी हुई है या फिर किसी हेल्थ इश्यू के कारण आपका ऑपरेशन हुआ है तो आपको इंटेंस वर्कआउट करने से बचना चाहिए। कुछ लोग फिटनेस फ्रीक होते हैं और इसलिए इंजरी होने के बाद भी वह अपना वर्कआउट रूटीन ब्रेक नहीं करना चाहते हैं।
फिट रहने के लिए एक्सरसाइज करना आवश्यक माना गया है। हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 30-40 मिनट तक वर्कआउट अवश्य करना चाहिए। यह ना केवल एक हेल्दी वजन को बनाए रखने में मददगार है, बल्कि इससे व्यक्ति खुद को अधिक एक्टिव व एनर्जेटिक महसूस करता है। इतना ही नहीं, इससे व्यक्ति का स्टेमिना भी बढ़ता है। नियमित रूप से वर्कआउट करने के कई फायदे हैं। लेकिन फिर भी कुछ ऐसी स्थितियां होती हैं, जब व्यक्ति को एक्सरसाइज करने से परहेज करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही सिचुएशन के बारे में बता रहे हैं, जब आपको एक्सरसाइज से थोड़ी दूरी बनानी चाहिए-
इंजरी होने पर
अगर आपको किसी तरह की कोई इंजरी हुई है या फिर किसी हेल्थ इश्यू के कारण आपका ऑपरेशन हुआ है तो आपको इंटेंस वर्कआउट करने से बचना चाहिए। कुछ लोग फिटनेस फ्रीक होते हैं और इसलिए इंजरी होने के बाद भी वह अपना वर्कआउट रूटीन ब्रेक नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में उनकी स्वास्थ्य समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है। आप चाहें तो हल्की वॉक या ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। लेकिन जिम में वर्कआउट करने से बचें।
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बुखार होने पर
अगर आपकी तबियत खराब है। खासतौर से, अगर आपको बुखार है तो ऐसे में एक्सरसाइज ना करना ही सबसे अच्छा माना जाता है। दरअसल, जब आप वर्कआउट करते हैं, तो इससे शरीर का तापमान बढ़ता है। यह स्थिति में बुखार होने पर आपको और भी अधिक परेशान कर सकती है। इसलिए, इस स्थिति में दो-तीन दिन का ब्रेक लें और पहले खुद को पूरी तरह से रिकवर होने दें। इसके बाद ही आप वर्कआउट करना शुरू करें।
जोड़ों में सूजन या दर्द होने पर
अगर आप एक बिगनर हैं तो वर्कआउट के दौरान हल्का मसल्स पेन होना सामान्य है, लेकिन ध्यान रखें कि ज्वाइंट पेन इससे अलग है। किसी भी प्रकार की सूजन इस बात का संकेत है कि आपके टिश्यू या ज्वाइंट को किसी तरह का नुकसान पहुंचा है। कभी-कभी जोड़ों का दर्द तुरंत सूजन के साथ नहीं होता है, और तब आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होती है। यदि आप गंभीर जोड़ों के दर्द को नजरअंदाज करते हैं, तो इससे नर्व भी डैमेज होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
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नींद पूरी ना होने पर
यूं तो सुबह की कसरत आपके ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देकर आपको अधिक एक्टिव फील करवाती है। लेकिन अगर आपकी कई रातों से नींद पूरी नहीं हो रही हैं या फिर आप खुद को बहुत थका हुआ महसूस कर रहे हैं तो ऐसे में वर्कआउट स्किप करना ही अच्छा है। वर्कआउट करते हुए आपके शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा खर्च करनी पड़ सकती है। चूंकि आपके भीतर पहले से ही ऊर्जा का स्तर काफी कम है तो यह आपके लिए परेशानी भरा हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि इस स्थिति में आप अपने शरीर को थोड़ा आराम दें और अगर जरूरत महसूस हो तो आप डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।
मिताली जैन
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