कई बीमारियों में रामबाण इलाज है पादहस्तासन, जानें इसे करने का तरीका और फायदे

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पादहस्तासन योग में आगे की ओर झुका जाता है और अपने दोनों हाथों से पैर को छूना होता है। पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से शरीर में रक्त संचार अच्छी तरह होता है और पाचन संबंधी समस्याओं में भी लाभ होता है। पादहस्तासन को करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और तनाव को कम करने में मदद मिलती है।

योग हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। योग करने से शरीर को एक नई ऊर्जा प्राप्त होती है। रोजाना योग का अभ्यास न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मन को शांत और खुश रखने में भी मदद करता है। पादहस्तासन दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला - पाद यानी पैर और दूसरा - हस्त यानी हाथ। इस योग में आगे की ओर झुका जाता है और अपने दोनों हाथों से पैर को छूना होता है। पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से शरीर में रक्त संचार अच्छी तरह होता है और पाचन संबंधी समस्याओं में भी लाभ होता है। पादहस्तासन को करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। आज के इस लेख में हम आपको पादहस्तासन करने की सही विधि और इसके फायदे बताने जा रहे हैं - 

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पादहस्तासन करने का तरीका 

इस आसान को करने के लिए योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। आपके पैर एक साथ होने चाहिए और हाथ आपके शरीर के साथ होने चाहिए।

अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें और अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर की ओर उठाएं।

अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपने ऊपरी शरीर को कूल्हों से मोड़कर अपने शरीर को नीचे की ओर झुक जाएं। इस बात का ध्यान रखें कि आपके पैर सीधे होने चाहिए और आपके घुटने मुड़े नहीं होने चाहिए।

जितना हो सके अपने शरीर को मोड़ने की कोशिश करें, ताकि आपका पेट और छाती आपकी जांघ को छूए।

अब अपने दोनों हाथों से पैरों को छूने की को‍शिश करें और अपने सिर को अपने घुटने पर लगाने की को‍शिश करें।

अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में कुछ सेकंड के लिए रहें और 5-6 बार सांस लें।

अब पहली मुद्रा में आने के लिए सांसों को अन्दर लेते हुए कमर को धीरे-धीरे सीधा करते जाएं।

पादहस्तासन के फायदे 

पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से पेट पर जमा चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह योगासन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। पादहस्तासन के अभ्यास से आंत संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है और पाचन बेहतर होता है।

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तनाव को कम करने के लिए भी पादहस्तासन को बहुत अच्छा योगासन माना जाता है। इस योग के अभ्यास से शरीर आराम की मुद्रा में आता है और शरीर का संतुलन बेहतर होता है। एक शोध में पाया गया है कि रोजाना पादहस्तासन करने से तनाव के स्तर को कम किया जा सकता है।

पादहस्तासन करने से शरीर में रक्त का संचार अच्छी तरह होता है। इस योगासन को करने से शरीर के निचले हिस्से के साथ-साथ ऊपरी हिस्से में भी रक्त संचार बढ़ता है। जब हम आगे की तरफ झुकते हैं तो शरीर के ऊपरी अंग जैसे हार्ट, ब्रेन, किडनी और लिवर में रक्त संचार बढ़ता है।

जिन लोगों को माइग्रेन की शिकायत होती है उनके लिए भी पादहस्तासन योग बहुत फायदेमंद होता है। पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से माइग्रेन की समस्या को दूर किया जा सकता है।

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बच्चों के लिए भी पादहस्तासन बहुत फायदेमंद योगासन है। अगर बढ़ती उम्र के बच्चे इस योगासन का नियमित अभ्यास करें तो उनकी लंबाई बढ़ सकती है।

पादहस्तासन के अभ्यास से शरीर का लचीलापन बढ़ता है। इस योग को करने से पीठ, जांघ, कूल्हों और पिंडलियों की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है। इस योग के अभ्यास से जांघ और किडनी मजबूत बनते हैं।

- प्रिया मिश्रा

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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