विराट कोहली से जुड़े सवाल को टाल गए सौरव गांगुली, कहा- इस मामले से ठीक तरीके से निपटेगा BCCI
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें कभी टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार करने को नहीं कहा जैसा कि बोर्ड ने दावा किया है और आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम चयन से 90 मिनट पहले उन्हें एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाया गया।
बीसीसीआई और विराट कोहली के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले विराट कोहली के दावे के बाद से भारतीय क्रिकेट में बवाल मचा हुआ है। विराट कोहली ने वनडे की कप्तानी से हटाने को लेकर कुछ ऐसे दावे की है जो बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयान से बिल्कुल अलग थे। इसके बाद माना जा रहा है कि बीसीसीआई और विराट कोहली आमने-सामने हैं। आज इसी को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली से प्रतिक्रिया मांगी गई हालांकि सौरव गांगुली ने विराट कोहली से जुड़े सवालों को टाल दिया। इससे पहले कोहली ने गांगुली के बयान के संदर्भ में कहा था, ‘‘जो फैसला किया गया उसे लेकर जो भी संवाद हुआ, उसके बारे में जो भी कहा गया वह गलत है।’’
सौरभ गांगुली ने पत्रकारों से कहा कि मेरे पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है। हम इससे निपटेंगे। इसे बीसीसीआई पर छोड़ दें। कुल मिलाकर कहें तो गांगुली ने साफ तौर पर कह दिया कि पूरे प्रकरण पर अब बीसीसीआई सही तरीके से निपटेगा। विराट कोहली और सौरव गांगुली के बयानों को लेकर हर तरफ बवाल मचा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि बोर्ड और कोहली के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। विराट कोहली के दावे सौरव गांगुली के दावे के बिल्कुल विपरीत है। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं और सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर यहां कौन झूठा है और कौन सच्चा है?Ganguly refuses to comment on Kohli's captaincy claim, says 'BCCI will deal with it'
— ANI Digital (@ani_digital) December 16, 2021
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टीम चयन से पहले वनडे कप्तानी से हटाया गया: कोहली
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें कभी टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार करने को नहीं कहा जैसा कि बोर्ड ने दावा किया है और आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम चयन से 90 मिनट पहले उन्हें एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाया गया। कोहली ने कहा, ‘‘जो फैसला किया गया उसे लेकर जो भी संवाद हुआ, उसके बारे में जो भी कहा गया वह गलत है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘आठ दिसंबर को टेस्ट श्रृंखला के लिए चयन बैठक से डेढ़ घंटा पहले मेरे साथ संपर्क किया गया और इससे पहले टी20 कप्तानी को लेकर मेरे फैसले की घोषणा के बाद से मेरे साथ कोई संपर्क नहीं किया गया था। ’’ कोहली ने कहा, ‘‘मुख्य चयनकर्ता ने टेस्ट टीम पर चर्चा की जिस पर हम दोनों सहमत थे। बात खत्म करने से पहले मुझे बताया गया कि पांच चयनकर्ताओं ने फैसला किया है कि मैं एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय कप्तान नहीं रहूंगा जिस पर मैंने कहा ‘ठीक है, कोई बात नहीं’।’’
गांगुली का दावा
गांगुली ने कहा था कि कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार नहीं करने के कारण चयनकर्ताओं को सीमित ओवरों के प्रारूप में रोहित को एकमात्र कप्तान बनाना पड़ा क्योंकि दो प्रारूपों में दो अलग कप्तान होने से नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता था। बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा था, ‘‘हमने विराट से आग्रह किया था कि वह टी20 कप्तानी नहीं छोड़े लेकिन वह कप्तान के रूप में बरकरार नहीं रहना चाहता था। इसलिए चयनकर्ताओं ने महसूस किया कि सीमित ओवरों के दो प्रारूप में दो कप्तान नहीं हो सकते। इससे नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता है।’’ रोहित को खराब फॉर्म से जूझ रहे अजिंक्य रहाणे की जगह भारतीय टेस्ट टीम का उप कप्तान भी बनाया गया था।
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