यदि आप जानवरों से करते हैं प्यार तो बनें एनिमल ट्रेनर

animal trainer

एनिमल ट्रेनर पुलिस फोर्स, एनिमल शेल्टर, चिडि़याघर, अस्तबल, एक्वेरियम, प्राणी उद्यान, घुड़सवारी क्लब, हॉर्स फार्म, हॉर्स राइडिंग क्लब आदि में जॉब कर सकते हैं। इसके अलावा, आप पशु चिकित्सा अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, पालतू जानवर के स्टोर व रिसर्च फैसिलिटी में भी काम कर सकते हैं।

जो लोग एनिमल लवर होते हैं, वह अगर चाहें तो वह ऐसा कार्यक्षेत्र चुन सकते हैं, जिनमें उनका लगभग सारा समय जानवरों के साथ ही बीते। ऐसा ही एक क्षेत्र है एनिमल ट्रेनिंग। एनिमल ट्रेनिंग वास्तव में काफी रोमांचक क्षेत्र है, जिसमें व्यक्ति सिर्फ जानवरों को ही काफी कुछ नहीं सिखाता, बल्कि उनसे भी उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि एनिमल ट्रेनिंग में किस तरह बनाएं कॅरियर−

इसे भी पढ़ें: यदि आप लेखन में रूचि रखते हैं तो बनाएं क्रिएटिव राइटिंग में कॅरियर

क्या होता है काम

एक एनिमल ट्रेनर का काम काफी चैलेंजिंग व कठिन होता है, जो विभिन्न तरह की तकनीकों को अपनाकर जानवरों को ट्रेन करते हैं। वे जानवरों को किसी विशेष कमांड व स्थितयिों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। साथ ही वह जानवरों को सिक्योरिटी, एंटरटेनमेंट, रेसिंग व दूसरों की मदद के लिए प्रशिक्षित करते हैं। आमतौर पर, एनिमल ट्रेनर कई तरह के ट्रेनर होते हैं, जैसे− पालतू जानवर ट्रेनर, सर्विस एनिमल ट्रेनर, मैरिन मैमेल ट्रेनर, एक्सोटिक एनिमल ट्रेनर, घोड़ा प्रशिक्षक आदि।

योग्यता

एनिमल ट्रेनर बनने के लिए कोई औपचारिक शैक्षिक योग्यता आवश्यक नहीं है, लेकिन व्यक्ति को कम से कम 12वीं पास या कम से कम हाई स्कूल का प्रमाण पत्र होना चाहिए। इसके अलावा समुद्री स्तनधारी ट्रेनर बनने के लिए व्यक्ति को जूलॉजी, जीव विज्ञान, समुद्री जीव विज्ञान, पशु विज्ञान या मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। स्नातक के बाद, आप एनिमल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट प्राप्त करके इस क्षेत्र में कदम बढ़ा सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: जर्मनी में पढ़ाई करें और बढ़िया स्कॉलरशिप भी पाएं

व्यक्तिगल विशेषता

इस क्षेत्र में कॅरियर देख रहे छात्रों को जानवरों से प्यार करना, अपने काम के प्रति जुनून व धैर्य होना बेहद जरूरी है। उन्हें जानवरों को अच्छी तरह हैंडल करना, उन्हें अच्छी तरह पालना व उनका सम्मान करना चाहिए। चूंकि जानवर मुंह से बोलकर अपनी बात नहीं बता सकते, इसलिए एनिमल ट्रेनर के पास अच्छे शिक्षण कौशल होने चाहिए। साथ ही उन्हें जानवरों की गतिविधि व मनोदशा में समझने में सक्षम होना चाहिए। इसी तरह, समुद्री जानवरों के प्रशिक्षण से जुड़े लोगों को तैराकी और डाइविंग तकनीक से परिचित होना चाहिए। इन सब के अलावा उनमें शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति अच्छी होनी चाहिए।

कॅरियर विकल्प

एनिमल ट्रेनर पुलिस फोर्स, एनिमल शेल्टर, चिडि़याघर, अस्तबल, एक्वेरियम, प्राणी उद्यान, घुड़सवारी क्लब, हॉर्स फार्म, हॉर्स राइडिंग क्लब आदि में जॉब कर सकते हैं। इसके अलावा, आप पशु चिकित्सा अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, पालतू जानवर के स्टोर व रिसर्च फैसिलिटी में भी काम कर सकते हैं। वहीं कुछ एनिमल ट्रेनर फीचर फिल्मों या विज्ञापनों के लिए जानवरों के साथ काम करते हैं।

इसे भी पढ़ें: रूस में कीजिए डॉक्टरी की पढ़ाई, जानें जरूरी बातें!

आमदनी

एक एनिमल ट्रेनर का पारिश्रमिक स्थान व पशु के आकार के अनुसार भिन्न होता है। एक डॉग ट्रेनर की तुलना में एक घोड़ा ट्रेनर को बहुत अलग पैमाने पर भुगतान किया जाता है। आप अपने कॅरियर की शुरूआत 10000 रूपए मासिक वेतन से कर सकते हैं। इसके बाद आपके कौशल व अनुभव के आधार पर आपकी आमदनी बढ़ती जाती है। एक अनुभवी व्यक्ति अपने काम के लिए घंटों के अनुसार भी चार्ज कर सकता है।

प्रमुख संस्थान

एनिमल रहत, दिल्ली

कोचीन डॉग ट्रेनिंग एकेडमी व पेट रिसॉर्ट, केरल

डॉग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, मोहाली

नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग, मध्यप्रदेश

वुडस्टॉक डॉग ट्रेनिंग स्कूल, चेन्नई

वरूण क्वात्रा

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़