Xiaomi ने वर्क इंडिया में किया 42 करोड़ का निवेश
भारत के सबसे बड़े ब्लू कॉलर रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म वर्कइंडिया ने शाओमी से 42 करोड़ रुपए का निवेश हासिल किया है।पांच वर्ष से भी कम समय में कंपनी ने एक स्टार्टअप से लेकर देश के सबसे बड़े ब्लू कॉलर रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म बनने का सफर तय किया है।
नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े ब्लू कॉलर रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म वर्कइंडिया ने शाओमी से 42 करोड़ रुपए का निवेश हासिल किया है। इसके पहले भी वर्क इंडिया को अन्य निवेशकों से कई राउंड की फंडिंग मिल चुकी है, जिसमें ग्लोबल इनवेस्टर बेनेक्सटी लिमिटेड और जापान का अग्रणी फंड अशुका इनवेस्टमेंट के चेयरमैन तानिया और अब विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक शाओमी शामिल है।
पांच वर्ष से भी कम समय में कंपनी ने एक स्टार्टअप से लेकर देश के सबसे बड़े ब्लू कॉलर रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म बनने का सफर तय किया है। आज हर महीने इसके 2.1 करोड़ यूनिक एप सेशन हो रहे हैं और देश के 763 शहरों में 1.5 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर हैं। जॉब के लिए ब्लू कॉलर वर्कर द्वारा तेजी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग वर्कइंडिया के बढ़ने की वजह बना है। बेहतरीन एल्गोरिद्म और हर महीने 12.5 करोड़ यूजर ईवेंट की मदद से वर्कइंडिया देश के उन चुनिंदा स्टार्टअप में से एक है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए पूरी तरह से तैयार है।
फंडिंग के पीछे अपना उद़्देश्य बताते हुए शाओमी इंडिया के डायरेक्टर और शाओमी के ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट मनु जैन ने कहा कि “ वर्कइंडिया द्वारा तैयार की गई टेक्नोलॉजी, जियो पोजिशनिंग और डायनामिक एल्गोरिद्म हमारी अब तक की देखी गई बेहतरीन टेक्नोलॉजी में से एक है। कंपनी ने बहुत की कम समय में भारतीय ब्लू कॉलर सेगमेंट में अपनी जगह बनाई है। यह देखना काफी उत्साही है कि वर्कइंडिया के पास भारत में तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन का साथ है, जो लोगों को सभी सेगमेंट में अवसर प्रदान करने का काम कर रही है। शाओमी में हम सभी को इनोवेशन उपलब्ध करवाने के लिए काम करते हैं और हमें वर्कइंडिया में भी एक बेहतर भविष्य दिखाई देता है।”
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गोल्डमैन सैक्स एंड एंजेल इनवेस्टर के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और हेड ऑफ इंडियन इक्विटीज श्री केशव सांघी के अनुसार “एक तरफ जहां व्हाइट कॉलर सेगमेंट पूरी तरह से व्यवस्थित नजर आता है, वहीं ब्लू कॉलर सेगमेंट में काफी विविधताएं हैं और इसका बहुत कम डेटा उपलब्ध है। वर्कइंडिया का ब्लू कॉलर सेगमेंट को समझने का तरीका काफी यूनिक है और यही इस टीम का एक हिस्सा बनने के लिए उत्साहित करता है।”
वर्कइंडिया के को-फाउंडर कुनाल पाटिल और निलेश डुंगरवाल ने इस पर बात करते हुए कहा कि “कंपनी में युवा टैलेंट में निवेश करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। हम तीन-आयामी सीखो-कमाओ और मजे करो की सोच को प्रोत्साहित करते हैं। हमारे यहां काम को लेकर अत्यधिक फोकस रहता है और यह बेहतरीन टीम अपने काम को एंजॉय करती है।”
डुंगरवाल ने आगे बात करते हुए कहा कि “ वर्कइंडिया दो पहलुओं पर काफी जोर देता है। पहला बेहतरीन इनोवेशन और दूसरा ब्लू कॉलर सेगमेंट में ग्लोबल लीडर बनना। शाओमी का इनोवेशन पर फोकस और हमारी कार्यशैली में समानताएं काफी स्पष्ट हैं।”
हमारी शुरुआती टीम पिछले 5 सालों से एक साथ काम कर रही है और हम दूरदर्शी लक्ष्यों के बारे में बात करते हैं।
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वर्क इंडिया के बारे में
वर्कइंडिया भारत का सबसे बड़ा ब्लू कॉलर प्लेटफॉर्म है
5 वर्ष से भी कम समय में कंपनी मार्केट में शीर्ष पर है
हर महीने इसके 2.1 करोड़ यूनिक एप सेशन हो रहे हैं और देश के 763 शहरों में 1.5 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर के साथ कंपनी बड़े स्तर पर काम कर रही है
वर्कइंडिया अपनी इस कामयाबी का पूरा श्रेय टीम के सभी सदस्यों और वर्क कल्चर को देती है
कंपनी ने एक खास किस्म का जियो पोजिशनिंग डायनामिक एल्गोरिद्म आधारित प्रोडक्ट तैयार किया है जो यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाता है
न्यू-यॉर्क और भारत में इनवेस्टमेंट बैंकिंग/ए एंड ए का अनुभव प्राप्त कर चुके 4 को-फाउंडर ने 2015 में इसे स्थापित किया। बेंगलुरु स्थित यह स्टार्टअप भारत में 23.7 करोड़ ब्लू कॉलर वर्कर को एक बेहतर जीवनयापन मुहैया कराने के उद्देश्य से काम कर रहा है। पूरे विश्व में करीब 120 करोड़ ब्लू कॉलर वर्कर हैं।
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