विप्रो कर्मचारियों के खातों हैक होने की जांच जारी, फॉरेंसिक टीम का बड़ा खुलासा
कंपनी आज अपने तिमाही परिणाम भी घोषित करेगी। साइबर सिक्योरिटी ब्लॉग कर्ब्सऑनसिक्योरिटी ने कहा कि विप्रो की प्रणाली में सेंध लगायी गयी है और उसका इस्तेमाल उसके कुछ क्लाइंट के खिलाफ साइबर हमले के लिए किया जा रहा है।
नयी दिल्ली। सूचना-प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़ी प्रमुख कंपनी विप्रो ने मंगलवार को कहा कि उसके कुछ कर्मचारियों के खाते एक फिशिंग अभियान की चपेट में आ गए थे और उन्हें किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए कदम उठाये गए हैं। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने कहा है कि मामले की जांच में मदद के लिए कंपनी एक स्वतंत्र फॉरेंसिक टीम की सेवाएं भी ले रही है।
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उल्लेखनीय है कि कंपनी आज अपने तिमाही परिणाम भी घोषित करेगी। साइबर सिक्योरिटी ब्लॉग कर्ब्सऑनसिक्योरिटी ने कहा कि विप्रो की प्रणाली में सेंध लगायी गयी है और उसका इस्तेमाल उसके कुछ क्लाइंट के खिलाफ साइबर हमले के लिए किया जा रहा है। विप्रो ने ईमेल के जरिए बयान जारी कर कहा है, फिशिंग अभियान के कारण हमारे कुछ कर्मचारियों के खातों में संभावित तौर पर असामान्य गतिविधियां दिखीं।
Exclusive: Multiple sources now say Indian IT outsourcing giant @Wipro is in the throes of dealing with a months-long breach in which intruders were seen using the company's networks to attack and probe customer systems https://t.co/02WkdkU0UE pic.twitter.com/ptOxylwJ4K
— briankrebs (@briankrebs) April 15, 2019
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उसने बयान में कहा है कि घटना की सूचना मिलने के साथ ही विप्रो ने जांच शुरू कर दी, प्रभावित उपयोगकर्ताओं की पहचान की और प्रभावों को खत्म करने के लिए कदम उठाए।
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