Unemployment rate: भारत के शहरी युवाओं की बेरोजगारी दर घटी, NSSO ने जारी की रिर्पोट

Unemployment rate
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Common

वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में शहरी भारत में युवाओं की बेरोजगारी दर घटी है, लेकिन यह अभी भी 17.3 प्रतिशत के बढ़े स्तर पर बनी हुई है, जो तीसरी तिमाही में 18.6 प्रतिशत थी। इससे भारत की बड़ी युवा आबादी के लाभ उठा पाने को लेकर सवाल खड़े होते हैं।

नेशनल सैंपल सर्वे ने सोमवार को रोजगार दर को लेकर एक रिर्पोट जारी की है। रिर्पोट के अनुसार देश के शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च 2023 में घटी है। पिछले साल जनवरी-मार्च की बेरोजगारी दर 8.2 प्रतिशत थी तो वहीं, इस साल यह दर घटकर 6.8 प्रतिशत हो गई है।

पुरुष रोजगार के आंकड़े

सर्वे के अनुसार 2023 की पहली तिमाही में पुरुषों की बेरोजगारी दर में भी गिरावट दर्ज की गई है। जो आंकड़ा पिछले साल जनवरी-मार्च में 7.7 प्रतिशत था वो इस साल की पहली तिमाही में घटकर 6 प्रतिशत हो गया है। अक्टूबर-दिसंबर 2022 में यह आंकड़ा 6.5 प्रतिशत का था जो जुलाई-सितंबर 2022 में 6.6 फीसदी पर आ गया था। 

महिला रोजगार के आंकड़े 

रिर्पोट में महिलाओं के बेरोजगारी का भी आंकड़ा जारी किया है। रिर्पोट के अनुसार पिछले साल 2023 की पहली तिमाही में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर में भी गिरावट दर्ज की गई है। 2022 की पहली तिमाही में जहां ये आंकड़ा 10.1 प्रतिशत था, वहीं 2023 की तिमाही में आंकड़ा घटकर 9.2 फिसदी हो गया था। 2022 के अक्टूबर-दिसंबर में आंकड़ा 9.6 फीसदी तो जुलाई-सितंबर 2022 में 9.4 फीसदी था। रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून 2022 में महिलाओं की बेरोजगारी दर 9.5 फीसदी थी।

इसे भी पढ़ें: Reserve Bank of India बना रहा है ऐसा पोर्टेबल पेमेंट सिस्टम जो विनाशकारी परिस्थितियों में भी रहेगा एक्टिव

NSSO द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल पहली तिमाही में बेरोजगारी दर सबसे अधिक थी। जहां बेरोजगारी दर का आंकडा अप्रैल-जून 2022 में 7.6 प्रतिशत था। वहीं जुलाई-सितंबर और अक्टूबर-दिसंबर 2022 में बेरोजगारी दर 7.2 फीसदी रही। रिपोर्ट ने गिरावट का कारण कोविड को बताया है। एक और सर्वे आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के अनुसार वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में शहरी भारत में युवाओं की बेरोजगारी दर घटी है, लेकिन यह अभी भी 17.3 प्रतिशत के बढ़े स्तर पर बनी हुई है, जो तीसरी तिमाही में 18.6 प्रतिशत थी। इससे भारत की बड़ी युवा आबादी के लाभ उठा पाने को लेकर सवाल खड़े होते हैं। एक साल पहले जनवरी-मार्च 2022 शहरी भारत के युवाओं की बेरोजगारी तर 20.2 प्रतिशत थी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़