2025 तक 20 अरब डॉलर के आंकड़ें को पार कर सकता डेटा सेंटर में कुल निवेश
सीबीआरई की मंगलवार को जारी ‘भारत में डेटा केंद्र: अधिक डेटा के दौर में रियल एस्टेट को सशक्त बनाना’ रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ते डिजिटलीकरण और नीतिगत प्रोत्साहन के चलते भारत में डेटा केंद्रों की मांग में वृद्धि हुई है।
नयी दिल्ली। भारत के डेटा सेंटर (डीसी) बाजार 2025 तक 20 अरब डॉलर के आंकड़ें को पार कर सकता है। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकों की स्थिर आय वाली संपत्ति की अधिक तलाश के चलते बाजार बढ़ेगा। सीबीआरई के अनुसार, देश के डेटा सेंटर बाजार में पिछले पांच साल में 14 अरबडॉलर का निवेश हुआ है। सीबीआरई की मंगलवार को जारी ‘भारत में डेटा केंद्र: अधिक डेटा के दौर में रियल एस्टेट को सशक्त बनाना’ रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ते डिजिटलीकरण और नीतिगत प्रोत्साहन के चलते भारत में डेटा केंद्रों की मांग में वृद्धि हुई है।
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इसमें कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से प्रौद्योगिकी की स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है। महामारी के बाद से डेटा का इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में सरकार की डीसी को ‘बुनियादी ढांचे का दर्जा’ देने की घोषणा से बाह्य वाणिज्यिक ऋण मार्ग के माध्यम से हितधारकों के लिए वैश्विक पूंजी तक पहुंच आसान होने की उम्मीद है। 2025 के अंत तक डेटा सेंटर में कुल निवेश 20 अरब डॉलर को पार कर जाने की उम्मीद है। इसका तात्पर्य यह है कि 2025 तक छह अरब डॉलर के और निवेश की उम्मीद है।
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